अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'मजदूर दिवस' वीकेंड पर हुई हिंसा के बाद शिकागो को "दुनिया का सबसे खतरनाक शहर" बताया है. इस वीकेंड में करीब 54 लोगों को गोली मारी गई थी और सात लोगों की मौत हो गई थी.
पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी की घटनाएं कई इलाकों में हुईं, जिनमें ब्रोंज़विले इलाके में एक सामूहिक ड्राइव-बाय हमला भी शामिल है, जिसमें सात लोग घायल हो गए थे.
अधिकारियों ने शुक्रवार रात और सोमवार दोपहर के बीच 32 अलग-अलग गोलीबारी की घटनाओं की जानकारी दी है, जिनमें एक 17 वर्षीय लड़की अपने ही घर में घायल हो गई और कई लोग गोलीबारी की घटनाओं में घायल हो गए.
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर इलिनोइस के गवर्नर जेबी प्रित्जकर द्वारा शहर में अपराध से निपटने के तरीके की आलोचना करते हुए लिखा, "शिकागो दुनिया का अब तक का सबसे बुरा और सबसे खतरनाक शहर है. प्रित्जकर को मदद की सख़्त ज़रूरत है, बस उन्हें अभी तक इसका एहसास नहीं है. मैं अपराध की समस्या का जल्द ही समाधान करूंगा, ठीक वैसे ही जैसे मैंने डीसी में किया था. शिकागो फिर से सुरक्षित होगा, और जल्द ही. अमेरिका को फिर से महान बनाएं!"
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा, "शिकागो दुनिया की हत्याओं की राजधानी है." शिकागो में लगातार तीसरे सप्ताहांत में बंदूक हिंसा की घटनाएं हुईं, जिससे ट्रंप और राज्य के अधिकारियों के बीच तनाव फिर से बढ़ गया है. प्रित्जकर ने पहले संघीय एजेंटों या नेशनल गार्ड के जवानों को तैनात करने की ट्रंप की धमकियों की निंदा की थी और ऐसी योजनाओं को 'अभूतपूर्व, अवैध और गैर-अमेरिकी' बताया था.
यह भी पढ़ें: छह लाख चीनी छात्रों को US बुला रहे हैं ट्रंप, लेकिन खुफिया विभाग को सता रहा रिसर्च चोरी का डर
शिकागो के मेयर ब्रैंडन जॉनसन ने भी चिंता जताई और चेतावनी दी कि संघीय हस्तक्षेप निवासियों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच तनाव बढ़ा सकता है.
बढ़ती धमकियों के जवाब में, जॉनसन ने "प्रोटेक्टिंग शिकागो इनिशिएटिव" नाम के एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिससे संभावित "संघीय अतिक्रमण" के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा सके.
---- समाप्त ----