छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई उनके बेटे पर इसलिए हुई क्योंकि कांग्रेस विधानसभा में अडानी समूह की कथित अवैध वृक्ष कटाई का मामला उठाने जा रही थी. उन्होंने कहा कि उनके बेटे को जानबूझकर निशाना बनाया गया है.
ईडी ने 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था
बघेल ने सोमवार को संसद भवन परिसर में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और अपने बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के संबंध में जानकारी दी. चैतन्य को ईडी ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था. यह गिरफ्तारी उनके जन्मदिन के दिन ही हुई.
पत्रकारों से बातचीत में बघेल ने कहा, 'मैं इसे अपने बेटे का सौभाग्य मानता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उसके खिलाफ हैं. कोई मेरे बेटे को जानता भी नहीं था, अब पूरा देश जान गया.'
भूपेश बघेल ने लगाए ये आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि 10 मार्च को छापेमारी के बाद कोई समन या पूछताछ नहीं हुई. लेकिन 18 जुलाई को, जब विधानसभा में अडानी द्वारा की जा रही अवैध वृक्ष कटाई पर स्थगन प्रस्ताव लाया गया, उसी दिन मेरे बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया ताकि यह मुद्दा दबा दिया जाए.
बघेल ने दावा किया कि उनका बेटा राजनीति में नहीं है, वह एक किसान है और निर्दोष है. उन्होंने कहा कि वे न्यायपालिका में पूरा भरोसा रखते हैं और जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करेंगे.
जांच एजेंसियों के जरिए डराने का आरोप
इस दौरान बघेल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलकर मामले की पूरी जानकारी दी. बघेल ने केंद्र सरकार पर विपक्षी नेताओं को जांच एजेंसियों के जरिए डराने का आरोप लगाया और कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है.
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