कर्नाटक में सत्ता परिवर्तन के अटकलों के बीच सियासी हलचल तेज है. इस बीच अब राज्य के आबकारी मंत्री बीआर थिम्मापुर ने खुले तौर पर कहा है कि अगर कांग्रेस हाईकमान किसी दलित नेता को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करता है, तो वे भी दावेदारी पेश करने को तैयार हैं.
थिम्मापुर ने शुक्रवार को कहा, “अगर पार्टी हाईकमान स्वीकार करे कि मुख्यमंत्री दलित होना चाहिए, तो हम भी बताएंगे कि कौन मुख्यमंत्री बन सकता है. और अगर मुझे मौका दिया जाए, तो क्या मैं मना करूंगा?”
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री सीधे जनता द्वारा नहीं चुने जाते, बल्कि राजनीतिक प्रक्रिया और संसदीय परंपरा के तहत ही पद मिलता है. मुख्यमंत्री बनने के बाद उनमें से कई लोग राज्यसभा या लोकसभा के सदस्य बन गए. कई लोग मुख्यमंत्री बने और उसके बाद MLA के तौर पर चुनाव लड़ा. अगर किसी को मौका मिले, तो उसे स्वीकार करना चाहिए.”
थिम्मापुर का यह बयान उस समय आया है जब कांग्रेस सरकार के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं तेज हो रही हैं. पिछले कुछ हफ्तों से राज्य में नवंबर रिवोल्यूशन नामक राजनीतिक अफवाहें फैल रही थीं, जिनमें कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की जगह किसी नए चेहरे को लाया जा सकता है.
हालांकि कांग्रेस नेतृत्व की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं खुद सीएम सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार इन अटकलों को खारिज कर चुके हैं.
कोई मतभेद नहीं, नवंबर रिवोल्यूशन महज अफवाह: डीके शिवकुमार
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह एकजुट है. मुख्यमंत्री और मैंने जो कहा वही कांग्रेस का रुख है, बाकी किसी और की बात का कोई महत्व नहीं.
शिवकुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ उनका संपूर्ण समन्वय बना हुआ है और कांग्रेस का फोकस केवल विकास और सुशासन पर है.
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