इज़रायल का लक्ष्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकना है, जिसके लिए फोर्डो की भूमिगत सुविधा को नष्ट करना जरूरी है. यह सुविधा 90 मीटर गहरी है. इज़रायल के MPR 500 बम असफल रहे, केवल अमेरिका के GBU-57A/B बम ही इसे नष्ट कर सकते हैं, जो B-2 स्टील्थ बॉम्बर से गिराए जाते हैं. इसके लिए इज़राइल को अमेरिकी मदद चाहिए.
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ऊपर वी-2 स्टेल्थ बॉम्बर से गिराया जाता GBU-57 बम.
इज़राइल का लक्ष्य है कि वह ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोके. लेकिन क्या इज़राइल ऐसा कर सकता है? इसके लिए इज़राइल को अपने दोस्त अमेरिका की मदद चाहिए.
ईरान का परमाणु कार्यक्रम रोकने के लिए इज़राइल को तेहरान के पास फोर्डो नामक एक भूमिगत सुविधा को नष्ट करना होगा. यह सुविधा पहाड़ों के नीचे 90 मीटर की गहराई में है. इज़राइल अब तक इसे नुकसान नहीं पहुंचा पाया है.
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के अनुसार, फोर्डो में ईरान ने यूरेनियम को 83.7% तक शुद्ध किया है, जो परमाणु हथियार बनाने के लिए 90% से थोड़ा कम है.
इज़राइल ने इस साइट पर 230 किलो वजनी MPR 500 बमों का इस्तेमाल किया है, लेकिन ये बम केवल 1 मीटर मोटी कंक्रीट को भेद सकते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि केवल अमेरिका के GBU-57A/B “बंकर बस्टर” बम ही इस साइट को नष्ट कर सकते हैं.
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ये बम इतने भारी हैं कि इन्हें केवल अमेरिका के B-2 स्टील्थ बॉम्बर विमान से गिराया जा सकता है, जो इज़राइल के पास नहीं है. इसका मतलब है कि इज़राइल को अमेरिकी वायु सेना की मदद चाहिए.
CAT-UXO डेटाबेस के अनुसार, GBU-57A/B बम 60 मीटर मोटी कंक्रीट को भेद सकते हैं. लेकिन चूंकि फोर्डो सुविधा इससे भी गहरी है, इसलिए कई बमों को एक साथ गिराना होगा ताकि यह सुविधा पूरी तरह ढह जाए.
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चूंकि सुविधा की गहराई बम की प्रवेश क्षमता से अधिक है, इसलिए सुविधा को ढहाने के लिए कई बमों को गिराने की आवश्यकता होगी.बंकर बस्टर बम खास तरह के बम होते हैं जो जमीन और कंक्रीट की गहराई में जाकर विस्फोट करते हैं, जिससे पूरी संरचना नष्ट हो जाती है.