इंस्टाग्राम-व्हाट्सएप पर बिकते थे तमंचे... 'सोशल मीडिया गैंग' का भंडाफोड़, 7 गिरफ्तार

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मुजफ्फरनगर पुलिस ने व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर तमंचे बेचने वाले अवैध हथियार गैंग का भंडाफोड़ किया है. ककरौली थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद 7 बदमाश गिरफ्तार हुए. पुलिस ने 14 तमंचे, कारतूस और बाइक बरामद की है. गिरोह ऑनलाइन पेमेंट लेकर 5 हजार में तमंचे बेचता था. एसएसपी ने बताया, अब तक 132 असलहे बरामद हुए हैं.

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 Screengrab)

14 तमंचे, कारतूस और बाइक बरामद.(Photo: Screengrab)

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में पुलिस ने अवैध हथियारों के कारोबार में लिप्त सात बदमाशों को गिरफ्तार कर एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है. ककरौली थाना पुलिस ने इन अभियुक्तों को रविवार की रात उस समय दबोचा जब वे बेहड़ा सादात रोड पर अवैध हथियारों की सप्लाई करने पहुंचे थे. पुलिस ने मौके से 14 अवैध तमंचे, भारी मात्रा में कारतूस, एक बाइक और 1800 रुपये नकद बरामद किए हैं.

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अभिषेक, निखिल, नितिन, विशाल उर्फ गोली, समीर, चिंटू और संजीव के रूप में हुई है. इनमें से तीन आरोपी उत्तराखंड के खानपुर क्षेत्र के निवासी बताए गए हैं, जबकि बाकी मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले हैं. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में विशाल और समीर बीएससी पास हैं और ‘अग्निवीर’ भर्ती का रिटर्न टेस्ट भी पास कर चुके हैं. इन दोनों के पास से पांच-पांच तमंचे बरामद किए गए.

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पुलिस जांच में सामने आया है कि यह गैंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हाट्सएप ग्रुप और इंस्टाग्राम पर अवैध हथियारों के फोटो डालकर खरीदार तलाशता था. खरीदार मिलने पर 5 हजार रुपये में एक तमंचा बेचा जाता था और पेमेंट ऑनलाइन माध्यम से ली जाती थी. बाद में यह तमंचे खरीदारों तक पहुंचा दिए जाते थे.

सूचना मिलने पर जब पुलिस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने सातों को मौके पर ही दबोच लिया. एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि आगामी प्रधानी चुनावों को देखते हुए जिले में पिछले ढाई महीनों से विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी अभियान के तहत अब तक 132 अवैध हथियार बरामद किए जा चुके हैं और दर्जनों आरोपी गिरफ्तार हुए हैं.

एसएसपी ने कहा कि युवाओं द्वारा रोमियो ग्रुप और भौकाल ग्रुप जैसे नामों से सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ रील और फोटो पोस्ट किए जा रहे थे. इन्हीं पर शिकंजा कसने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें ताकि उनका भविष्य अपराध के रास्ते पर न जाए.

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