तमिलनाडु के तिरुवल्लुर जिले में 12 जुलाई को हुए बलात्कार के मामले ने पूरे सूबे को झकझोर दिया है. अपनी दादी के घर जा रही एक 10 साल की मासूम बच्ची क्रूर अपराधी के हवस का शिकार बन गई. इस जघन्य अपराध ने न केवल स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा किया है, बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. संदिग्ध अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इसी बीच इंडिया टुडे/आज तक की टीम ने इस भयावह घटना की सच्चाई को उजागर करने के लिए क्राइम सीन का दौरा किया.
पड़ताल में सामने आई सनसनीखेज सच्चाई
इंडिया टुडे/आज तक की टीम की पड़ताल में जो सच्चाई सामने आई, वो भयावह है. ये घटना गांव के दो आम के खेतों के बीच बने एक संकरे रास्ते पर हुई. बच्ची उस रास्ते से गुजर रही थी, जो घने आम के पेड़ों से घिरा हुआ है. जमीन पर सूखे पत्तों की मोटी चादर है. स्थानीय लोगों के अनुसार इस क्षेत्र में सांपों का खतरा भी रहता है. इंडिया टुडे/आजतक की टीम ने जब इस जगह का मुआयना किया, तो वहां का सन्नाटा और एकांत रोंगटे खड़े करने वाला था. उसी जगह पर मासूम बच्ची के साथ हैवानियत हुई.
संदिग्ध की साजिश, पहले से थी नजर
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ट्रेन से पहुंचा था. वो खेत के पास बने पिछले प्रवेश द्वार के आसपास बैठा था. लोगों ने बताया कि वह पहले भी इस इलाके में घूमता देखा गया था. हैरानी की बात यह है कि उसने घटना से पहले एक अन्य महिला को भी असहज किया था, जो अपने किसी रिश्तेदार के आने का इंतजार कर रही थी. यह साफ है कि संदिग्ध ने सुनियोजित तरीके से अपने शिकार को चुना. उसने बच्ची को अकेले रास्ते पर जाते देखा और उसका पीछा शुरू कर दिया. बच्ची सुनसान रास्ते पर चल रही थी.
अपराध का खौफनाक-भयावह चेहरा
इसी दौरान आरोपी ने मौका देखकर उसका अपहरण कर लिया. उसे खींचकर खेतों के अंदर ले गया. वहां उसने बच्ची के साथ न केवल क्रूरता से मारपीट की, बल्कि उसके शरीर पर कई जगह काटा. उसके साथ बलात्कार किया. बच्ची ने बार-बार भागने की कोशिश की, लेकिन हर बार उसने उसे वापस खींच लिया. बार-बार हिंसा करता रहा. इस दौरान आरोपी के फोन पर कई कॉल आए, जिनकी रिंगटोन किसी हिंदी गाने जैसी थी. यह एक ऐसा विवरण है जो शायद पुलिस के लिए अहम सुराग साबित हो सकता है.
मासूम की हिम्मत, दूसरी बच्ची की रक्षा
इस भयावह स्थिति में भी बच्ची ने हार नहीं मानी. एक पल ऐसा आया जब संदिग्ध का ध्यान फोन कॉल की वजह से भटका. बच्ची ने इस मौके का फायदा उठाया और आखिरी बार भागने की कोशिश की. वो रास्ते की ओर दौड़ी. वहां उसे एक और लड़की दिखाई दी, जो उसकी तरफ आ रही थी. बच्ची ने उसे रोका. इसके बाद दोनों वहां से भाग निकले. आरोपी भी फरार हो गया. इस दौरान पीड़ित बच्ची ने न केवल अपनी जान बचाई, बल्कि एक दूसरी लड़की को भी आरोपी के चंगुल में फंसने से बचा लिया.
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