पाकिस्तान का जासूस होने के शक में आरोपी गिरफ्तार, विदेशी न्यूक्लियर साइंटिस्ट्स से भी था संपर्क

4 hours ago 1

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने सीमापुरी से झारखंड निवासी आदिल हुसैनी को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और फर्जी पासपोर्ट रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से जाली पासपोर्ट मिले हैं. उसका भाई अख्तर मुंबई से पकड़ा गया है. दोनों के विदेशी संपर्कों की जांच जारी है. कोर्ट ने आदिल को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है.

X

 ITG)

आदिल को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा.(File Photo: ITG)

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी से जासूसी (Espionage) के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा करते हुए झारखंड निवासी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान आदिल हुसैनी उर्फ सैयद आदिल हुसैन उर्फ मोहम्मद आदिल हुसैन उर्फ नसीमुद्दीन (59 वर्ष) के रूप में हुई है, जो जमशेदपुर, टाटा नगर (झारखंड) का रहने वाला है और पिछले कई सालों से दिल्ली के सीमापुरी इलाके में रह रहा था.

स्पेशल सेल ने रविवार को उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि आदिल पाकिस्तान के लिए संवेदनशील सूचनाएं साझा करने और फर्जी पासपोर्ट रैकेट चलाने में शामिल था. आरोपी के पास से एक असली और दो जाली पासपोर्ट की प्रतियां बरामद की गई हैं. बताया जा रहा है कि वह कई बार पाकिस्तान और गल्फ देशों की यात्रा कर चुका है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, आदिल के कुछ संपर्क विदेशी न्यूक्लियर वैज्ञानिकों से भी होने की आशंका जताई गई है, हालांकि अधिकारियों ने इस पर नो कमेंट्स कहा है.

यह भी पढ़ें: जासूसी के आरोप में जेल में बंद यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को नहीं मिली राहत... हिसार कोर्ट ने खारिज की जमानत अर्जी

दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में एफआईआर संख्या 274/2025, दिनांक 26.10.2025 को धारा 61(2)/318/338/340 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है. आरोपी को सोमवार को जेएमएफसी साहिल मोंगा की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. जांच में यह भी सामने आया है कि आदिल का भाई अख्तर हुसैनी भी इस नेटवर्क का हिस्सा है. उसे मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया है. 

अख्तर कई बार गल्फ देशों में जा चुका है और उसने एक गोपनीय केंद्र के तीन फर्जी आईडी कार्ड बनवाए थे. दोनों भाइयों के अलावा कुछ और संदिग्धों की तलाश जारी है, जिनमें एक कैफे संचालक भी शामिल बताया जा रहा है. स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि आरोपी किन-किन लोगों को फर्जी पासपोर्ट और दस्तावेज उपलब्ध करा चुका है और विदेश में उसके संपर्क कहां तक फैले हुए हैं. इस गिरफ्तारी ने राजधानी दिल्ली में सक्रिय जासूसी और फर्जी दस्तावेज गिरोहों को लेकर खुफिया एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है.

---- समाप्त ----

Live TV

Read Entire Article