पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने हालिया बाढ़ को लेकर कूटनीतिक चैनल के जरिए जानकारी साझा की है, लेकिन यह पहले जितनी विस्तृत नहीं थी. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही और भारत से सिंधु जल संधि का पूर्ण पालन करने की अपील की.
पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा, "भारतीय पक्ष ने विभिन्न नदियों में बाढ़ के बारे में कुछ जानकारी कूटनीतिक चैनलों के जरिए साझा की है. हालांकि, यह उतनी विस्तृत नहीं है जितनी पहले हुआ करती थी."
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पाकिस्तानी अधिकारी ने यह भी कहा कि इस बार सिंधु जल आयुक्त के स्थापित चैनल का इस्तेमाल नहीं किया गया. उनके मुताबिक, भारत को चाहिए कि वह संधि के सभी प्रावधानों का पूरी तरह पालन करे.
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए थे, जिनमें 1960 की सिंधु जल संधि को ठंडे बस्ते में रखना भी शामिल था. यह संधि विश्व बैंक की मध्यस्थता से बनी थी और भारत-पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के जल के वितरण और उपयोग को नियंत्रित करती है.
BRICS सदस्यता पर पाकिस्तानी अधिकारी का बयान
पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान BRICS में शामिल होने के लिए गंभीर है और रूस उसका समर्थन कर रहा है. उन्होंने चीन में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात का ज़िक्र करते हुए कहा, "मैं इतना ही कह सकता हूं कि पाकिस्तान BRICS सदस्यता को लेकर गंभीर है और रूस हमारे आवेदन का समर्थन कर रहा है."
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BRICS, जिसमें शुरुआत में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका शामिल थे, 2024 में इसका विस्तार हुआ और इसमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान और यूएई को शामिल किया गया. 2025 में इंडोनेशिया भी इसका हिस्सा बन गया. खान ने कहा कि पाकिस्तान रूस के साथ अपने द्विपक्षीय रिश्तों की प्रगति से संतुष्ट है. उनके मुताबिक, दोनों देशों के संबंध अब बहुआयामी और गहरे होते जा रहे हैं.
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