'बाहुबली- द एपिक' ट्रेलर: नए अंदाज में और बढ़ गई माहिष्मती के दिग्गजों की शान

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2015 में एस.एस. राजामौली की सिनेमेटिक एपिक 'बाहुबली' जब रिलीज हुई थी, तो दर्शकों को ये भी आईडिया नहीं था कि इससे उम्मीद क्या रखनी है. ये कहना गलत नहीं होगा कि उस वक्त ये फिल्म पहली बार देखने वाले हम जैसे कई लोगों को यकीन नहीं हुआ था कि ये भारत में बनी फिल्म है. इस फिल्म का सिनेमेटिक एक्सपीरियंस जितना शानदार था, उतने ही शानदार इसके रिकॉर्ड्स भी थे. 

पहले पार्ट का ट्विस्ट देखने के बाद पूरे देश की जुबान पर एक ही सवाल था- 'कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?' और जब दूसरी फिल्म में इसका जवाब मिला तो जनता ने थिएटर्स में वो जादू देखा जिसने इंडियन सिनेमा को बदल कर रख दिया. अब ये जादू एक बार फिर से बड़े पर्दे पर लौट रहा है. राजामौली ने दोनों फिल्मों को एक फिल्म की शक्ल दी है और नाम दिया है- 'बाहुबली- द एपिक'. 

आ गया 'बाहुबली- द एपिक' का ट्रेलर
जबसे राजामौली ने अनाउंस किया था कि वो दोनों बाहुबली फिल्मों को नई एडिट और क्वालिटी के साथ एक फिल्म में लेकर आने वाले हैं, फैन्स तभी से टकटकी लगाए इसका इंतजार कर रहे थे. 'बाहुबली- द एपिक' का ट्रेलर देखकर लगता है कि इस इंतजार का एक-एक पल वसूल हो गया है. शिवगामी देवी के बेटों अमरेंद्र बाहुबली और भल्लाल देव के पॉलिटिकल संग्राम की कहानी तो हर सिनेमा फैन को जुबानी याद है. मगर जो चीज बदली है, वो है सिनेमेटिक एक्सपीरियंस.

'बाहुबली- द एपिक' में पहले से भी बेहतर हुए हैं विजुअल्स (Photo: Screengrab- Youtube/T-series)

'बाहुबली- द एपिक' का ट्रेलर देखकर लग रहा है कि राजामौली ने इसे IMAX और दूसरे बेहतर फॉर्मेट के लिए नए तरीके से री-मास्टर किया है. 10 सालों में सिनेमा का विजुअल एक्सपीरियंस बहुत बदल चुका है. राजामौली इस बदले हुए अंदाज में अपनी आजमाई हुई कहानी को पहले से भी भव्य अंदाज में दिखाने के लिए तैयार हैं. 

'बाहुबली- द बिगिनिंग' और 'बाहुबली- द कन्क्लूजन' दो अलग-अलग फिल्में थीं. जब दोनों को जोड़कर एक फिल्म बनी है, तो क्या रनटाइम भी डबल हुआ है? बिल्कुल नहीं. मेकर्स ऑफिशियली शेयर कर चुके हैं कि 'बाहुबली- द एपिक' का रनटाइम 3 घंटे 44 मिनट है. यानी 'पुष्पा 2' से थोड़ा सा ज्यादा. दोनों 'बाहुबली' फिल्में वैसे तो हर भारतीय सिनेम दर्शक के दिल के बहुत करीब हैं. मगर उस समय कुछ लोगों को दोनों फिल्मों में गाने ज्यादा और कुछ गाने गैर-जरूरी लगे थे. मगर नई एडिट के साथ रनटाइम कम होने का मतलब है कि ये दिक्कत भी राजामौली ने दूर की है. 

कब रिलीज होगी 'बाहुबली- द एपिक'?
राजामौली की ये फिल्म 31 अक्टूबर को थिएटर्स में रिलीज होगी. यानी ट्रेलर के करीब 7 दिन बाद. इस रिलीज की खासियत ये है कि राजामौली के ग्रैंड सिनेमेटिक भौकाल को इस बार आप कई फॉर्मेट में बड़े पर्दे पर देख पाएंगे. IMAX, D-BOX, 4DX जैसे शानदार फॉर्मेट में ये फिल्म अवेलेबल होगी. यहां देखें 'बाहुबली- द एपिक' का ट्रेलर:

बॉक्स ऑफिस पर धमाके का अनुमान 
'बाहुबली 2' अपने वक्त में तो इंडियन सिनेमा की सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस हिट थी ही. ये आज भी इंडियन सिनेमा की सबसे कमाऊ फिल्मों में से एक है. राजामौली का, दो फिल्मों को एक में समेटने का आईडिया बहुत दिलचस्प है. ऐसा अभी तक इंडियन सिनेमा में ट्राई नहीं किया गया है. ऊपर से तमाम नए सिनेमेटिक फॉर्मेट में फिल्म रिलीज होना, पक्के वाले सिनेमा लवर्स को लुभाएगा. 

साउथ में तो री-रिलीज फिल्मों के लिए थिएटर्स हाउसफुल हो जाना आम बात है. मगर पिछले एक-डेढ़ साल में हिंदी फिल्मों की री-रिलीज का क्रेज भी बहुत तगड़ा रहा है. 'सनम तेरी कसम', 'तुम्बाड़' और 'लैला मजनूं' जैसी फिल्मों ने ऑरिजिनल रिलीज से ज्यादा बिजनेस री-रिलीज में किया है. 

'बाहुबली' एक जानदार कहानी होने के साथ-साथ, एक शानदार सिनेमेटिक एक्सपीरियंस भी थी. विजुअल्स के मामले में ये आज की कई फिल्मों से भी दमदार नजर आती है. ऊपर से नए तरीके से एडिट होने और कुछ डिलीटेड सीन्स के जुड़ने के बाद ये कहानी कैसी बनी है ये देखने की जिज्ञासा भी लोगों में खूब होगी. 

इंडियन सिनेमा में 'बाहुबली 2', 1975 में आई 'शोले' के बाद सबसे ज्यादा दर्शक जुटाने वाली फिल्म है. जहां 'शोले' का फुटफॉल 12 करोड़ से ज्यादा था, वहीं 'बाहुबली 2' का 10-11 करोड़ के बीच. इन 10 करोड़ लोगों के लिए राजामौली की फिल्म एक ऐसा एक्सपीरियंस थी जो इससे पहले उन्हें कोई भारतीय फिल्म नहीं दे पाई थी. 

ऐसे में यकीनन 'बाहुबली- द एपिक' से एक बार फिर से बॉक्स ऑफिस पर धमाके की उम्मीद की जा सकती है. अगर इसे दर्शक मिलने शुरू हुए और सही माहौल बना, तो ये बहुत सारी नई फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर पछाड़ देगी. अब तो बस कुछ दिन का इंतजार है, 31 अक्टूबर को पता चल ही जाएगा कि इस बार राजामौली ने क्या कमाल किया है.

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