'वो हमारी 2 लड़कियां ले गए, तुम मुसलमानों की 10 लाओ', BJP नेता का विवादित बयान

3 hours ago 1

सिद्धार्थनगर में बीजेपी के पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह का विवादित बयान वायरल हुआ है. दो हिंदू लड़कियों को कथित तौर पर भगाए जाने की घटना पर जनसभा में उन्होंने कहा, "हमारी 2 लड़कियां वो ले गए, तुम मुसलमानों की 10 लड़कियां लाओ. 2 पे 10 से कम मंजूर नहीं है." अपने इस बयान पर उन्होंने सफाई भी दी है.

X

सिद्धार्थनगर के पूर्व BJP विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह (फाइल फोटो)

सिद्धार्थनगर के पूर्व BJP विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में बीजेपी के पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह का एक आपत्तिजनक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. भवानीगंज थानाक्षेत्र के धनखरपुर गांव में एक जनसभा के दौरान उन्होंने समुदाय विशेष पर निशाना साधते हुए 'बदला लेने' की बात कही. राघवेंद्र सिंह ने स्वीकार किया कि उन्होंने यह बयान दो हिंदू लड़कियों को कथित तौर पर भगाए जाने और हिंदू के मारे जाने की घटना पर लोगों में जोश भरने के लिए दिया था.

क्या कहा पूर्व विधायक ने?

वायरल वीडियो में डुमरियागंज के पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह यह कहते सुनाई पड़ रहे हैं, "हमारे समाज की 2 लड़कियां वो ले गए, तुम मुसलमानों की 10 लड़कियां लाओ. 2 पे 10 से कम मंजूर नहीं है. जो यह ले के आएगा, उसके खाने-पीने और नौकरी का इंतजाम हम करेंगे. यह हमें पच नहीं रहा है, इसका बदला कुछ भारी होना ही होना है और ये मुल्ला मौलवी समझ लें." उनका यह बयान दो हिंदू लड़कियों को कथित तौर पर भगाए जाने की घटना के बाद आया.

बयान पर पूर्व विधायक का पक्ष

बयान पर अपना पक्ष रखते हुए पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह ने स्वीकार किया कि उन्होंने ऐसा कहा था. उन्होंने कहा, "क्या सांप्रदायिकता को बनाए रखने की जिम्मेदारी केवल हिंदू की है? वह अपमान करें, हम सहते रहें." उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमान हमारी बहू-बेटियों को भगा ले जाएं और हिंदू को मारें और हम सहते रहें. उन्होंने कहा कि वह इस घटना पर लोगों में संवेदना व्यक्त करने और उत्साहवर्धन के लिए वहां गए थे.

'पहले भी रहा है यह इलाका मिनी पाकिस्तान'

पूर्व विधायक ने आगे कहा कि योगी जी के मुख्यमंत्री बनने से पहले डुमरियागंज को 'मिनी पाकिस्तान' कहा जाता था और कई गांवों में हिंदू सुरक्षित नहीं थे. उन्होंने कहा कि सामंतवादी मुस्लिम अभी भी गलतफहमी में हैं और उनको सुधारने के लिए उन्होंने यह वाक्य प्रयोग किया था. उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई हिंदू ऐसा करता है तो उसका निरादर नहीं, बल्कि सहयोग और सम्मान किया जाएगा.

---- समाप्त ----

Live TV

Read Entire Article