'सोनम गायब होती तो हमारा परिवर जेल में होता', राजा के भाई ने उठाए पुलिस एक्शन पर सवाल

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मेघालय में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड में न्याय की मांग को लेकर इंदौर में बीती शाम कैंडल मार्च निकाला गया. राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने मेघालय पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उनकी बहू सोनम रघुवंशी गायब हो जाती, तो उनका पूरा परिवार जेल में होता. जबकि राजा की हत्या करने वाले के परिवार से कोई पूछताछ नहीं हो रही है. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और एक हफ्ते के भीतर ठोस कदम न उठाए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
 
इंदौर के सहकार नगर में राजा रघुवंशी के परिवार और समर्थकों ने कैंडल मार्च निकालकर उनकी हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की मांग की.

सचिन रघुवंशी ने भावुक होकर कहा, ''मेरे भाई की हत्या को 24 दिन बीत गए, लेकिन आज तक हत्यारों को पकड़ने में पुलिस पूरी तरह सफल नहीं हुई. अगर मेरी बहू सोनम गायब हो जाती, तो हमारे पूरे परिवार को जेल में डाल दिया जाता. लेकिन एक लड़के की हत्या के बाद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही.'' 

सोनम की साजिश पर सवाल
सचिन ने सोनम रघुवंशी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने शातिर दिमाग से हत्या की साजिश रची. सोनम ने 14 दिन में इतनी बड़ी साजिश रच डाली. उसका दिमाग कितना खतरनाक है. जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए. अगर पुलिस ने एक हफ्ते में कार्रवाई नहीं की, तो हम उनके घर के बाहर आंदोलन करेंगे. उन्होंने मांग की कि सभी आरोपियों को पकड़ा जाए और सख्त सजा दी जाए.

जानिए पूरा मामला 
29  साल के राजा रघुवंशी और उनकी 24 वर्षीय पत्नी सोनम की शादी बीती 11 मई को इंदौर में हुई थी. हनीमून के लिए दोनों 20 मई को मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) पहुंचे. 23 मई को दोनों लापता हो गए और 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक खाई में राजा का शव मिला. 

मेघालय पुलिस ने 'ऑपरेशन हनीमून' के तहत जांच शुरू की और 9 जून को सोनम ने गाजीपुर में सरेंडर कर दिया. पुलिस ने सोनम के कथित प्रेमी राज कुशवाह और तीन अन्य विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को गिरफ्तार किया है.

आंदोलन की चेतावनी
सचिन ने पुलिस की जांच पर असंतोष जताते हुए कहा कि शुरुआती दौर में मेघालय पुलिस की लापरवाही के कारण परिवार को गलत सूचनाएं मिलीं. उन्होंने कहा, ''हमें न्याय चाहिए. अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो हम मजबूरन आंदोलन करेंगे.'' परिवार ने पहले CBI जांच की मांग भी की थी, लेकिन अब वे फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई और दोषियों को कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं.

समाज का समर्थन 
कैंडल मार्च में शामिल लोगों ने 'राज हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं' के नारे लगाए. रघुवंशी समाज और स्थानीय लोगों ने राजा के परिवार के साथ एकजुटता दिखाई. सचिन ने कहा, ''मेरे भाई ने किसी का क्या बिगाड़ा था? उसकी हत्या की साजिश रचने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए.''  

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