Dhanteras 2025: आज देशभर में धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है. इस दिन सोना, चांदी, नए बर्तन, धनिया और नई झाड़ू खरीदने की परंपरा है. कहते हैं इस दिन मूल्यवान चीजों की खरीदारी से भगवान कुबेर की कृपा होती है. शास्त्रों में कुबेर को धन का अधिपति और स्वर्ग का कोषाध्यक्ष बताया गया है. क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश के उज्जैन में भगवान कुबेर का एक प्राचीन मंदिर है, जहां धनतेरस पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने आते हैं.
उज्जैन के सांदीपनि आश्रम और महाकालेश्वर मंदिर के कोटितीर्थ कुंड के पास मौजूद कुंडेश्वर महादेव मंदिर धनतेरस पर आकर्षण का केंद्र बना रहता है. इस मंदिर की एक अनोखी परंपरा है कि भक्त कुबेर की नाभि पर घी, इत्र या सुगंधित लेप लगाते हैं. कहते हैं कि इससे सुख-समृद्धि, धनधान्य और वैभव की प्राप्ति होती है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां कुबेर की नाभि पर इत्र या घी लगाने से घर में स्थायी रूप से मां लक्ष्मी का वास होता है और कुबेर देव की कृपा बनी रहती है.
कुंडेश्वर महादेव मंदिर के गर्भगृह में स्थित भगवान कुबेर की इस प्रतिमा को बहुत प्राचीन बताया जाता है. यहां भगवान कुबेर की प्रतिमा बैठी हुई मुद्रा में विराजमान हैं. बताते चलें कि मध्यप्रदेश में भगवान कुबेर के तीन प्रमुख मंदिर हैं जो उज्जैन, मंदसौर और खंडवा के ओंकारेश्वर में स्थित हैं.
कुंडेश्वर महादेव मंदिर के कुबेर महाराज
कुंडेश्वर मंदिर में स्थापित कुबेर महाराज की प्रतिमा हजारों वर्ष पुरानी बताई जाती है. इस प्रतिमा में कुबेर का पेट जरा उभरा हुआ दिखता है, जैसा कि आप सामान्य प्रतिमाओं में भी देखते हैं. इसके अलावा, कुबेर देव के दोनों कंधों पर धन की पोटलियां भी दिखाई देती हैं. धनतेरस पर यहां कुबेर के दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते हैं.
घर में कुबेर को कैसे प्रसन्न करें?
धनतेरस के दिन हर घर में भगवान कुबेर की पूजा होती है. हर किसी के लिए कुंडेश्वर महादेव मंदिर जाकर कुबेर देव के दर्शन करना संभव नहीं है. इसलिए आप कुछ खास चीजों से भगवान को प्रसन्न कर सकते हैं. कुबेर महाराज को पीला रंग अत्यंत प्रिय है. इसलिए आप उन्हें पीले फल, मिष्ठान आदि का भोग लगा सकते हैं. धनतेरस पर सोना, पीतल, झाड़ू या सूखा धनिया खरीदकर घर लाने से भी कुबेर प्रसन्न होते हैं.
इस दिन घर में कुबेर यंत्र स्थापित करना भी उत्तम होता है. धनतेरस की शाम पीली चीजों का दान करना भी बहुत उत्तम होता है. इस दिन आप चने की दाल, पीले वस्त्र, पीले फल या मिठाई जैसे लड्डू और केला, हल्दी, पीला चंदन, पीतल या कांसे का बर्तन आदि दान कर सकते हैं.
---- समाप्त ----