JNU में झड़प के बाद FIR, लेफ्ट के कई पदाधिकारी हिरासत में लिए गए... जमानत पर रिहाई

3 hours ago 1

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेपीयू) में छात्र संघ चुनाव से पहले जनरल बॉडी मीटिंग (जीबीएम) के दौरान हुई झड़प के बाद परिसर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. इस घटना के बाद लेफ्ट समर्थक छात्र संगठनों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों ने एक-दूसरे पर हिंसा और उकसावे का आरोप लगाया है.​

दिल्ली के वसंत कुंज नॉर्थ थाने में दर्ज मामले में जेएनयू छात्रसंघ के कई पदाधिकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. जांच के दौरान छह आरोपियों -नीतीश कुमार, मनीषा, मुन्तेहा फातिमा, मणिकांत पटेल, ब्रिती कर और सौर्य मजूमदार को हिरासत में लिया गया. सभी को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया. बाकी छात्रों को दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 के तहत हिरासत में लेकर मेडिकल जांच के बाद उनके प्रोफेसरों के सुपुर्द किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: दिल्ली में जेएनयू छात्रों का प्रदर्शन... पुलिस से धक्का-मुक्की, हिरासत में लिए गए 28 छात्र

इस घटना के बाद शुक्रवार को दोनों पक्षों ने अलग-अलग प्रेस वार्ताएं कीं. सबसे पहले लेफ्ट समर्थक छात्रों के संगठन, जिनमें छात्र संघ अध्यक्ष नीतीश कुमार और कुछ घायल छात्र भी शामिल थे, ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एबीवीपी पर गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना था कि एबीवीपी लगातार कैंपस में लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव होने नहीं दे रही और हिंसक माहौल बना रही है. उन्होंने दावा किया कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जनरल बॉडी मीटिंग में हमला किया, जिसके कारण कई छात्र घायल हुए.

JNUSU का ABVP पर आरोप

जेएनयूएसयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि जब जीबीएम शुरू हुई तो एबीवीपी छात्रों ने बैठक में हंगामा किया और रिपोर्ट पेश कर रहे छात्रों पर जातिगत टिप्पणियां कीं. उन्होंने कहा कि एबीवीपी ने हमेशा की तरह माहौल बिगाड़ने की कोशिश की और छात्रों को मारपीट कर डर पैदा करने का प्रयास किया.

लेफ्ट संगठनों ने कहा कि कैंपस में लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस को शिकायत दी जा रही है ताकि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर हो सके.

क्षेत्रवाद और जातिवाद के मुद्दों से अशांति फैलाने का आरोप

दूसरी ओर, एबीवीपी ने भी अपनी प्रेस वार्ता में अपनी बात रखी. एबीवीपी के छात्रों ने कहा कि झड़प की शुरुआत उन लेफ्ट समर्थक छात्रों ने की जो नहीं चाहते कि जेएनयू में पारदर्शी तरीके से चुनाव हों. उनका आरोप है कि लेफ्ट छात्र अपनी विचारधारा थोपना चाहते हैं और क्षेत्रवाद और जातिवाद के मुद्दों को उछालकर माहौल को अशांत बना रहे हैं.

यह भी पढ़ें: प्रोफेसरों से 11 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के आरोप में जेएनयू का पूर्व कर्मचारी गिरफ्तार

एबीवीपी ने कहा कि हमारी महिला छात्राओं को चोटें आई हैं और कई छात्रों की एमएलसी कराई गई है. उन्होंने बताया कि घटना की शिकायत यूनिवर्सिटी प्रशासन और दिल्ली पुलिस, दोनों को दी गई है.​

झड़प में कई स्टूडेंट्स हुए घायल

सूत्रों के अनुसार, झड़प के दौरान कई छात्रों को सिर और पीठ पर गंभीर चोटें आईं और उन्हें सफदरजंग और एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

जेएनयू में यह घटना अगले महीने होने वाले छात्र संघ चुनाव से ठीक पहले हुई है, जब परिसर में विभिन्न छात्र संगठन सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं. इस हिंसा के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस में अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था की है ताकि आगे किसी तरह की उग्र स्थिति न बने.

---- समाप्त ----

Read Entire Article