मेडिकल परीक्षा NEET UG 2025 के स्कोर में हेराफेरी का झांसा देकर उम्मीदवारों और उनके माता-पिता से मोटी रकम वसूलने वाले दो व्यक्तियों को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है. CBI ने 9 जून को इस संबंध में मामला दर्ज किया था.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान संदीप शाह (सोलापुर, महाराष्ट्र निवासी) और सलीम पटेल (नवी मुंबई निवासी) के रूप में हुई है. सलीम पटेल नवी मुंबई में एक एडमिशन कंसल्टेंसी चलाता था, जबकि संदीप शाह मुंबई के ITC ग्रैंड सेंट्रल होटल में अभिभावकों से मुलाकात कर रहा था और झूठा दावा कर रहा था कि वह NTA अधिकारियों से जुड़े लोगों के संपर्क में है और परीक्षा परिणाम बदलवा सकता है.
हर अभ्यर्थी से 90 लाख रुपये की मांग
सीबीआई की जांच में सामने आया कि संदीप शाह हर अभ्यर्थी से 90 लाख रुपये की मांग कर रहा था, जिसे बाद में 87.5 लाख रुपये तक घटा दिया गया. उसने भरोसा दिलाया कि वह कम स्कोर वाले छात्रों के मार्क्स बढ़ा देगा और रिजल्ट घोषित होने से छह घंटे पहले बदले हुए मार्क्स की जानकारी देगा.
फॉरेंसिक जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे
जांच में यह भी सामने आया कि शाह, सलीम पटेल और पुणे के एक अन्य कंसल्टेंसी संचालक के संपर्क में था. मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इसमें अभ्यर्थियों के नाम, रोल नंबर, एडमिट कार्ड, ओएमआर शीट और हवाला के ज़रिए पैसों के लेन-देन से जुड़े चैट्स मिले हैं.
CBI ने संदीप शाह को 9 जून को मुंबई से और सलीम पटेल को 10 जून को सांगली से गिरफ्तार किया। दोनों को CBI की विशेष अदालत, मुंबई में पेश किया गया, जहां पहले 13 जून तक पुलिस रिमांड और फिर 16 जून तक रिमांड बढ़ा दी गई.
अब तक की जांच में कोई भी सरकारी अधिकारी या NTA कर्मी इन आरोपियों से जुड़ा नहीं पाया गया है.आरोपियों ने सिर्फ झूठे दावे कर अभिभावकों को गुमराह किया था. CBI की जांच फिलहाल जारी है.