पोर्ट्स-गैस फील्डस पर हमला, एयर डिफेंस भी किया तबाह... ईरान के आसमान में चक्कर लगा रहे इजरायली जेट्स

11 hours ago 1

इजरायल और ईरान के बीच एक बड़े युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं. दोनों मुल्कों के बीच शनिवार को भी ताबड़तोड़ हमले जारी रहे. एक तरफ इजरायल ने दर्जनों फाइटर जेट्स से ईरान के गैस फील्ड्स, न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया, तो ईरान ने भी कमोबेश 150 मिसाइलें इजरायली शहरों पर दागीं. इस बीच दोनों तरफ जानमाल का भी नुकसान हुआ है.

मसलन, इजरायल द्वारा शुक्रवार को ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर असाधारण हमले के बाद, ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए शनिवार सुबह तक मिसाइलें दागीं. ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने कहा कि उसने इजरायली सैन्य केंद्रों और एयरबेस को निशाना बनाया. IDF ने 20 से ज्यादा ईरानी कमांडरों को मार गिराने का दावा किया है, जिनमें सशस्त्र बलों के खुफिया निदेशालय के प्रमुख और IRGC की सरफेस-टू-सरफेस मार करने वाली मिसाइल यूनिट्स के कमांडर शामिल हैं.

ईरान के गैस फील्ड्स पर हमला

ईरान के दक्षिणी बुशेहर प्रांत में स्थित साउथ पार्स गैस फील्ड में आग लगने की घटना सामने आई, जो दुनिया का सबसे बड़ा नेचुरल गैस क्षेत्र है. गैस फील्ड्स से धुआं और आग की लपटें उठती देखी गई है. ईरान ने आरोप लगाया कि यह इज़राइली हमले की वजह से हुआ. ईरानी सेना का कहना है कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में "10 इजरायली विमानों को मार गिराया गया है."

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यह दुनिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस क्षेत्र है, जिसे कतर के साथ साझा किया जाता है (जहां इसे उत्तरी क्षेत्र के रूप में जाना जाता है). इसका उत्पादन प्रति दिन 700 मिलियन क्यूबिक मीटर (24,720 घन फीट) से अधिक है, जो ईरान के कुल प्राकृतिक गैस उत्पादन का लगभग 65-70 प्रतिशत है. यह क्षेत्र ईरान की घरेलू खपत, पेट्रोकेमिकल उद्योग और गैस निर्यात के लिए अहम है.

ईरान के कई प्रांतों पर इजरायल ने किया हमला

इजरायल ने ईरान के कई प्रांतों पर हमला किया, जिनमें ईस्ट अजरबैजान, लोरेस्तान और केर्मानशाह शामिल हैं. इन हमलों में कम से कम 30 सैन्यकर्मी और एक रेड क्रिसेंट स्टाफ सदस्य की मौत हो गई है. शनिवार सुबह तक, तेहरान की एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय हो गई थी क्योंकि इजरायल ने राजधानी पर फिर से हमले शुरू कर दिए थे.

इस हालिया संघर्ष में दोनों देशों को भारी नुकसान हुआ है. इजरायली अधिकारियों के अनुसार, ईरान की मिसाइलों से इजरायल में तीन लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए हैं. वहीं, ईरानी अधिकारियों ने बताया कि इजरायली हमलों में कम से कम 78 लोग मारे गए हैं और 320 से अधिक घायल हुए हैं, जिनमें अधिकांश आम नागरिक हैं.

ईरान के संयुक्त राष्ट्र दूत अमीर सईद इरावानी ने शुक्रवार को बताया कि इजरायली हमलों में मारे गए लोगों में ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं. इजरायल ने दावा किया कि उसने शुक्रवार को ईरान में 150 ठिकानों पर सैकड़ों हथियारों से हमला किया, जिससे ईरान का परमाणु कार्यक्रम "काफी पीछे" चला गया है.

प्रांत के गवर्नर बेहराम सरमस्त ने सरकारी टेलीविजन को बताया कि पूरे प्रांत में 19 स्थानों पर हमले हुए हैं, जिनमें मुख्य रूप से राजधानी तबरीज शामिल है, जो इजरायल के लिए एक प्रमुख लक्ष्य रहा है. उन्होंने कहा कि तबरीज पर 12 हमलों के अलावा, बोस्तानाबाद, शबेस्टार, अजरशहर, मारागेह और तुर्कमेन्चे काउंटी भी हमले का शिकार हुए हैं. हमलों में 55 अन्य के घायल होने की खबर है.

ईरान के दक्षिणी बुशहर प्रांत में कंगन बंदरगाह पर इजरायली हमले के बाद की तस्वीरें सामने आईं. काले धुएं के बड़े गुबार के साथ एक बड़ी आग भड़कती हुई देखी गई. यह बंदरगाह ईरान के साउथ पारस गैस क्षेत्र के पास ही स्थित है.

ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को किया तबाह

इजरायली रक्षा बलों (IDF) के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने शनिवार को बताया, "हमने पश्चिमी ईरान से लेकर तेहरान तक की हवाई स्वतंत्रता स्थापित कर ली है. हमारे लड़ाकू विमान लगभग ढाई घंटे तक तेहरान के ऊपर उड़ान भरते रहे, यूएवी भी लगातार आसमान में रहे और निगरानी और हमले करते रहे."

आईडीएफ अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार रात इजरायल ने 70 से अधिक फाइटर जेट्स से तेहरान और उसके आसपास के 40 से अधिक लक्ष्यों पर हमले किए. उन्होंने कहा, "यह पहली बार है जब हमने इस क्षेत्र में इतनी गहराई तक अभियान चलाया है."

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तेहरान के जवाबी हमलों की आशंका के चलते, इजरायल के अस्पतालों में मरीजों को अंडरग्राउंड वार्ड्स में ले जाया जा रहा है. तेल अवीव के पास स्थित शेबा मेडिकल सेंटर में मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करते हुए वीडियो सामने आए हैं. इस केंद्र ने ईरान के हमलों में घायल दर्जनों मरीजों का इलाज किया, जिनमें से अधिकांश को छर्रे लगे थे. इजरायल भर में अस्पताल अपने मरीजों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने में जुटे हुए हैं, ताकि किसी भी संभावित ईरानी हमले से उन्हें बचाया जा सके.

ईरान को नेतन्याहू की चेतावनी

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार रात एक वीडियो में ईरानी जनता को संबोधित करते हुए कहा, "ईरानी शासन के हर लक्ष्य पर हमला किया जाएगा. हमारा उद्देश्य तेहरान से उत्पन्न होने वाले खतरे को समाप्त करना है." उन्होंने ईरानी नागरिकों से अपील की कि वे "खड़े हों और अपनी आवाज़ उठाएं" हालांकि, ईरान के स्थानीय लोगों ने नेतन्याहू की इस अपील को खारिज करते हुए कहा कि "इजरायल हमारी देशभक्ति की भावना को कम आंक रहा है."

इजरायली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने इस बीच कहा कि अगर ईरान ने मिसाइल हमले जारी रखे तो तेहरान "भारी कीमत चुकाएगा" और "शहर जल उठेगा." अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने शनिवार को कहा कि अमेरिका इस घटनाक्रम से "चकित नहीं" है. उन्होंने कहा, "हम इन घटनाओं से हैरान नहीं हैं. यह सिलसिला काफी समय से चल रहा है, लेकिन हम बारीकी से निगरानी कर रहे हैं."

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इससे पहले इजरायली लोकल मीडिया ने रिपोर्ट किया था कि ईरान पर इजरायली हमले की जानकारी अमेरिका को एक हफ्ते पहले से थी, लेकिन ईरान पर स्ट्राइक के बाद अमेरिका ने कहा था कि उसे इस हमले की जानकारी नहीं थी. उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका अपने हितों और सैनिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है. इनके अलावा, इजरायल स्थित अमेरिकी दूत ने ट्रंप प्रशासन को संदेश भेजा कि ईरान सिर्फ इजरायल पर ही नहीं, बल्कि अमेरिकी नागरिकों पर भी हमले कर रहा है.

न्यूक्लियर डील पर ईरान-अमेरिका की बातचीत रद्द

ईरान पर इजरायली स्ट्राइक के बाद ओमान में इस सप्ताह प्रस्तावित अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता को रद्द कर दिया गया है. ओमान के विदेश मंत्री बदर अलबुसैदी ने कहा, "ईरान-अमेरिका वार्ता जो रविवार को मस्कट में होनी थी, अब नहीं होगी लेकिन कूटनीति और संवाद ही स्थायी शांति का मार्ग है." ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने पहले कहा था कि जब तक इजरायली हमले जारी रहेंगे, तब तक अमेरिका के साथ बातचीत "न्यायसंगत नहीं" है. हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया था कि ईरान वार्ता से पूरी तरह बाहर हो रहा है.

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