मेट्रो सिटीज में जहां एक तरफ लग्जरी घरों की डिमांड बढ़ी है, वहीं स्टूडियो और सर्विस अपार्टमेंट भी लोग खूब ले रहे हैं. भले ही ये फ्लैट छोटे हैं, लेकिन काफी डिमांड में हैं. ये अपार्टमेंट एक बेडरूम और लिविंग रूम के साथ बने होते हैं. साथ ही एक छोटा सा किचन, बालकनी और बाथरूम की सुविधा भी मिल जाती है. प्रॉपर्टी भले ही छोटी हों, लेकिन इसकी मार्केट में डिमांड खूब रहती है. इनके रेट भी दूसरे फ्लैट के मुकाबले कम रहते हैं, जिससे इन्हें बेचने में देर भी नहीं लगती है, ऐसे में स्टूडियो और सर्विस अपार्टमेंट की मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
प्रॉपर्टी एक्सपर्ट प्रदीप मिश्रा बताते हैं- सर्विस अपार्टमेंट रहने के लिए एक ऐसा आवासीय विकल्प है, जो होटलों और पारंपरिक अपार्टमेंट्स के बीच की खाई को पाटता है, यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से सही है जो लंबे समय तक अपने घर या शहर को छोड़कर किसी दूसरे शहर में रहना चाहते हैं, साथ ही उनकी यह चाह भी हो कि उन्हें उस शहर में होटल के बजाय अपने घर में रहने जैसे स्वतंत्रता और सुविधा मिल सके. सर्विस अपार्टमेंट में आप चाहें तो खाना बाहर से मंगवा सकते हैं या फिर अपार्टमेंट में मौजूद किचन में खुद भी बना सकते हैं.
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सर्विस अपार्टमेंट की सुविधाएं
सर्विस अपार्टमेंट्स में होटल की ही तरह पूरा फर्नीचर, बिजली के सामान और दूसरी सुविधाएं मौजूद होती हैं, जो वहां रहने वाले को घर जैसा माहौल देती हैं. होटल के कमरे की तरह यहां कोई रोकटोक नहीं होती, इसे आप एक सामान्य अपार्टमेंट के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. सर्विस अपार्टमेंट्स खासकर उन लोगों के लिए डिजाइन किया गया है, जो कुछ हफ्तों या महीनों तक एक ही स्थान पर रहने या फिर काम करने की योजना बना रहे हैं.
होटल की तुलना में, सर्विस अपार्टमेंट्स किफायती भी होते हैं. खास बात ये है कि आप कुछ दिनों, हफ्तों, महीनों या उससे अधिक समय के लिए इसे बुक कर सकते हैं. होटलों की तुलना में, ऐसे अपार्टमेंट्स अधिक स्वतंत्रता और गोपनीयता देते हैं और आप अपनी दिनचर्या के अनुसार जीवन जी सकते हैं.
कैसे मिलेंगे निवेश के विकल्प
प्रदीप आगे कहते हैं- 'बिल्डर्स और डेवलपर्स ने ऐसे प्रोजेक्ट पर काफी काम किया है. मेट्रोज सिटी के साथ ही अब सर्विस अपार्टमेंट्स का कल्चर टू टायर सिटी तक पहुंच चुका है. ज्यादातर बिल्डर जिन स्टूडियो अपार्टमेंट्स का निर्माण करते हैं, वह उनकी बिक्री और निर्माण पूरा होने के बाद उसके मालिक से उस संपत्ति का उपयोग सर्विस अपार्टमेंट के तौर पर करने के लिए अनुबंध कर लेते हैं. स्टूडियो का जब सर्विस अपार्टमेंट्स के रूप में इस्तेमाल शुरू हो जाता है, तो उसकी बुकिंग और दूसरी सुविधाओं के बदले प्राप्त रकम में से अपना निश्चित हिस्सा लेकर शेष उसके मालिक को हस्तांतरित कर दिया जाता है.'
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ऐसे में स्टूडियो अपार्टमेंट्स के मालिक को किराये के बदले अधिक इनकम भी हो जाती है. बिल्डर या फिर उसे चलाने वाले को कमीशन के तौर पर आय जबकि उसका इस्तेमाल करने वाले को किसी अनजान शहर में घर में रहने जैसा सुख मिल जाता है. यानी एक सर्विस अपार्टमेंट्स से तीन लोगों को फायदा मिलता है. दिल्ली-एनसीआर में कई प्रोजेक्ट हैं. साथ ही आप चाहें तो री-सेल पर भी इनमें निवेश की गुंजाइश आप तलाश सकते हैं.
सर्विस अपार्टमेंट्स न केवल रहने का शानदार विकल्प हैं, बल्कि निवेश के लिए भी आकर्षक हैं. अपने शहर में इनकी संभावनाएं तलाशें और स्मार्ट निवेश करें.