कैसे शुरू हुआ ईरान-इजरायल टकराव, चार दिनों में हालात कैसे बदले, जानें पूरी टाइमलाइन

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इजरायल और ईरान के बीच शुरू हुए संघर्ष से लगातार मध्य पूर्व में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. दोनों देशों के बीच संघर्ष की जटिलता को भारतीय लोग समझने की कोशिश कर रहे हैं. इसी को देखते हुए इंडिया टुडे की OSINT टीम ने बीते चार दिनों की संघर्ष की कहानी को सरल तरीके से पेश किया है. 

आईए फिर समझते हैं कि ईरान-इजरायल के बीच शुरू हुए संघर्ष में अब तक क्या-क्या हुआ है. 

शुरुआत: शुक्रवार की सुबह

दोनों देशों के बीच तनाव तब शुरू हुआ जब शुक्रवार की सुबह इजरायल के करीब 200 फाइटर जेट्स ने ईरान की राजधानी तेहरान और आस-पास के इलाकों में न्यूक्लियर ठिकानों और सैन्य नेतृत्व पर हमला किया. इससे पहले इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने ईरान के अंदर गुप्त तरीके से कुछ ऑपरेशन चलाए. ड्रोन और विस्फोटक हथियारों का इस्तेमाल कर ईरान के एयर डिफेंस प्रणाली और मिसाइल लॉन्च साइट्स को तबाह कर दिया.

मोसाद की ओर से की गई कार्रवाई की वजह से इजरायल के वायुसेना को ईरान पर हमला करने में आसानी हुई. उनके लड़ाकू विमानों ने ईरान पर कड़ा प्रहार किया. इतने बड़े स्तर पर हमले करने के बावजूद इजरायल के एक भी जेट्स या पायलट्स को नुकसान नहीं पहुंचा. 

आईडीएफ ने पहले ही हमले में ईरान को चौंकाते हुए उनके IRGC प्रमुख, सेना प्रमुख और दो वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों को मार दिया. 

इजरायल के इस हमले से ईरान बिफर गया और अगले कुछ घंटों में ही पलटवार करते हुए तेल अवीव पर 100 से ज्यादा ड्रोन्स से हमला किया. हालांकि, इन हमलों से इजरायल को ज्यादा फर्क नहीं पड़ा. क्योंकि इजरायल की सुरक्षा प्रणाली ने ईरान के ज्यादातर ड्रोन्स को इंटरसेप्ट कर इजरायल के क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले ही हवा में मार गिराया. 

शुक्रवार-शनिवार की रात को ईरान ने इजरायल पर बैलिएस्टिक मिसाइलें दागीं. इनमें से अधिकांश मिसाइलों को इजरायल की सुरक्षा प्रणाली ने इंटरसेप्ट कर हवा में मार गिराया. हालांकि, कुछ मिसाइल सफलतापूर्वक तेल अवीव और आस-पास के इलाकों में गिरे. इन मिसाइलों से रमात गन और रिशोन लेज़िओन जैसे शहरों को नुकसान पहुंचा.

Iran Israel war

इजरायल के ज़ूम-इन किए गए मैप की पृष्ठभूमि में काले धब्बे निर्माण क्षेत्रों को दर्शाते हैं

ईरान की ओर से रिहायशी इलाकों में हमला करने से इजरायल बुरी तरह से बिफर गया. जिसके बाद इजरायल ने ईरान के खिलाफ अपना ऑपरेशन को और बड़ा करते हुए हमले तेज कर दिए. इजरायल ने फिर ईरान के दक्षिण पारस गैस फील्ड, शहरान ऑयल डिपो, तेहरान के पास की रिफाइनरी और मेहराबाद एयरपोर्ट जैसे ठिकानों पर हमला किया.

संघर्ष के तीसरे दिन, रविवार को, इजरायल ने ईरान पर हमले और तेज करते हुए राजधानी तेहरान के कई सरकारी मंत्रालयों – जैसे विदेश मंत्रालय, खुफिया मंत्रालय, पुलिस मुख्यालय पर हमला किया. साथ ही इस्फहान में स्थित एक मिलिट्री बेस और मशहद में एक हवाई ईंधन भरने वाला विमान पर हमला किया. यह जानकारी युद्ध अध्ययन संस्थान (आईएसडब्ल्यू), एपी और रॉयटर्स समाचार एजेंसियों ने दी. 

ईरान ने भी इजरायल को जवाब देते हुए हमले तेज कर दिए. इजरायल के कई क्षेत्रों पर हमला किया गया, जिनमें उत्तरी इजरायल के इलाके भी शामिल हैं. 

संघर्ष के चौथे दिन, सोमवार को, ईरान ने इजरायल के हाफिया शहर में स्थित एक तेल संयंत्र पर हमला किया. न्यूज चैनल CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के 30 से ज्यादा ठिकानों पर ईरान की मिसाइलें गिरीं.

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