साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर दिन रविवार को रात 9 बजकर 58 मिनट पर लगेगा और इसका समापन देर रात 1 बजकर 26 मिनट पर होगा. ज्योतिषियों के मुताबिक 7 सितंबर को दिखने वाला चंद्र ग्रहण एकदम लाल दिखेगा, जिसे ब्लड मून के नाम से भी जाना जाता है.
चंद्र ग्रहण लगने से लगभग 9 घंटे पहले से सूतक काल शुरू हो जाता है. इसलिए आगामी चंद्र ग्रहण का सूतक दोपहर 12.57 बजे शुरू हो जाएगा. सूतक काल शुरू होते ही शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं. (Photo: AI Generated)
7 सितंबर की शाम को सूतक के बीच राहुकाल की भी एंट्री होगी. इस दिन शाम 05.10 बजे से लेकर शाम 06.35 बजे तक राहुकाल रहेगा. इस दौरान बच्चों, बुजुर्गों, रोगियों और गर्भवती महिलाओं को खास सावधानियां बरतनी चाहिए. ग्रहण और सूतक काल के दौरान इन लोगों को घर के बाहर नहीं निकलना चाहिए. (Photo: AI Generated)
बच्चे- बच्चों के ऊपर चंद्र ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव जल्दी पड़ता है. इसलिए उन्हें ग्रहण की छाया से दूर रखना चाहिए. कोशिश करें कि इस दौरान बच्चें घर से बाहर न निकलें. (Photo: AI Generated)
बुजुर्ग- बूढ़े-बुजुर्ग लोगों का शरीर और मन अधिक संवेदनशील होता है. इसलिए ग्रहण काल में उनका घर से बाहर निकलना ठीक नहीं माना जाता है. इस दौरान इन लोगों को ईश्वर की साधना और पूजा-पाठ करने की सलाह दी जाती है.
रोगी व्यक्ति- शारीरिक रूप से अस्वस्थ लोगों को ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए भगवान का स्मरण और मंत्र जाप करने के लिए कहा जाता है. इस दौरान रोग-बीमारियों से पीड़ित लोगों को घर के अंदर ही रहने के लिए कहा जाता है.
गर्भवती महिलाएं- शास्त्रों में गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय विशेष रूप से सावधान रहने और धार्मिक आचरण करने का विधान बताया गया है. ताकि गर्भस्थ शिशु पर ग्रहण या सूतक का कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को खाना बनाना, सब्जी काटना या घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए.