असम के बक्सा जिले में उस वक्त हालात बेकाबू हो गए जब जुबिन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार 5 आरोपियों को जेल में लाया गया. गायक की मौत पर गुस्से में उबल रही भीड़ ने जेल के बाहर हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिया. देखते ही देखते पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी होने लगी. लोग आरोपियों को कब्जे में लेना चाहते थे. पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बक्सा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) उज्ज्वल प्रतिम बरुआ ने हिंसा की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि इस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा, ''हमने अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है. कुछ लोग फरार हैं, लेकिन हम उन्हें जल्द ही पकड़ लेंगे. जांच को बहुत गंभीरता से लिया गया है और हमारी टीम लगातार छापेमारी कर रही है.''
इस हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए. भीड़ ने पांचों आरोपियों को ले जा रहे वाहनों पर पथराव किया और कई निजी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. हालात इतने बिगड़े कि पुलिस को भीड़ को काबू में लाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. अशांति फैलने के बाद प्रशासन ने बक्सा जिले में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं तत्काल निलंबित कर दी गईं.
शुक्रवार को जब स्थिति सामान्य हुई तो इन सेवाओं को फिर से बहाल कर दिया गया. मुशालपुर शहर के आसपास के इलाकों में अब भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है. आरोपियों के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. कोर्ट के आदेश के बाद जेल परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. किसी भी तरह की हिंसा को रोकाने के लिए पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद है. हर तरफ कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
एसएसपी ने साफ कहा कि जुबिन गर्ग के सच्चे प्रशंसकों को किसी तरह की चिंता की जरूरत नहीं है. जो लोग फैन होने की आड़ में हिंसा फैला रहे थे, उनकी पहचान कर ली गई है. किसी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा. दरअसल, यह पूरा विवाद उस समय भड़क उठा जब गुवाहाटी की एक अदालत ने जुबिन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया.
इन पांच आरोपियों में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, गायक के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, उनके चचेरे भाई और पुलिस अधिकारी संदीपन गर्ग, निजी सुरक्षा अधिकारी नंदेश्वर बोरा और प्रबीन बैश्य शामिल हैं. ये सभी फिलहाल बक्सा जेल में बंद हैं. इसी मामले में गिरफ्तार दो और लोगों जुबिन के बैंड सदस्य शेखरज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
इन दोनों को दीमा हसाओ जिले की हाफलोंग जेल में रखा गया है. फिलहाल, बक्सा में तनाव की स्थिति बनी हुई है. इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी जुबिन गर्ग को श्रद्धांजलि देने के लिए गुवाहाटी पहुंचे थे. उन्होंने जुबिन की पत्नी से भी मुलाकात की थी.
बताते चलें कि 19 सितंबर को सिंगापुर में चौथे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में हिस्सा लेने गए मशहूर गायक जुबिन गर्ग की मौत समुद्र में तैरते समय हो गई थी. उनकी मौत ने पूरे पूर्वोत्तर भारत को झकझोर दिया था. लाखों प्रशंसक अब भी यह मानने को तैयार नहीं कि यह सिर्फ एक हादसा था.
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