ट्रंप के पूर्व NSA पर गोपनीय दस्तावेजों के दुरुपयोग का आरोप, राष्ट्रपति बोले- वह एक बुरा आदमी

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जॉन बोल्टन पर गोपनीय दस्तावेजों के दुरुपयोग के आरोप में संघीय ग्रैंड जूरी ने अभियोग लगाया है. CNN के मुताबिक बोल्टन पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान संवेदनशील और गोपनीय दस्तावेजों को अनुचित तरीके से संभाला और रखा. 

ये मामला अगस्त में सामने आया था, जब FBI ने बोल्टन के मैरीलैंड स्थित घर और वॉशिंगटन डीसी कार्यालय की तलाशी ली थी. तलाशी में कई संवेदनशील दस्तावेज जब्त किए गए, जिनमें क्लासिफाइड, गोपनीय और सीक्रेट के लेबल लगे हुए थे. बता दें कि बोल्टन 2018 से 2019 तक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अधीन काम करते रहे और बाद में बर्खास्त हुए थे. 

राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े दस्तावेज

जज के सामने पेश किए गए दस्तावेजों में हथियारों, रणनीतिक संचार और संयुक्त राष्ट्र मिशन से संबंधित जानकारी शामिल थी.  जांच में यह भी देखा गया कि क्या बोल्टन ने पद छोड़ने के बाद भी संवेदनशील दस्तावेज़ों को अवैध रूप से अपने पास रखा था. ये अभियोग मैरीलैंड में दर्ज किया गया. 

बोल्टन के अभियोग पर ट्रंप की प्रतिक्रिया

जब ट्रंप से बोल्टन के अभियोग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हैरानी जताई और कहा कि उन्हें इस बारे में पहले जानकारी नहीं थी. ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है वह एक बुरा व्यक्ति है. ट्रंप और बोल्टन के बीच 2019 में बोल्टन के व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद से विवाद चल रहा है.

बोल्टन के वकील का बयान

समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, बोल्टन के वकील एबी लोवेल ने कहा कि उनके क्लाइंट ने किसी भी संवेदनशील जानकारी को गैरकानूनी रूप से साझा या संग्रहीत नहीं किया. उन्होंने बताया कि आरोप बोल्टन की व्यक्तिगत डायरी के उन हिस्सों से जुड़े हैं, जो उनकी 45 वर्षीय सार्वजनिक सेवा में बनाए गए थे, और FBI को 2021 से इस जानकारी की जानकारी थी.

बोल्टन और संवेदनशील दस्तावेजों का इतिहास

ये पहला मौका नहीं है जब बोल्टन के दस्तावेज़ों के इस्तेमाल पर सवाल उठे हों. 2020 में उनके संस्मरण 'The Room Where It Happened' को लेकर न्याय विभाग ने मुकदमा दायर किया था. इस किताब में ट्रंप को विदेशी नीति पर अनजान और अस्थिर दिखाया गया था. व्हाइट हाउस का आरोप था कि किताब में संवेदनशील जानकारी शामिल है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है.

बोल्टन ने पहले भी रिपब्लिकन सरकारों में कई वरिष्ठ पदों पर काम किया, और कड़े विदेश नीति रुख के लिए जाने जाते थे. उन्होंने रेगन और जॉर्ज डब्ल्यू बुश प्रशासन में कई अहम भूमिकाएं निभाईं, जिनमें इराक युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के राजदूत का पद भी शामिल है.

2018 में बोल्टन ट्रंप प्रशासन में शामिल हुए, लेकिन उनकी नीति पर ट्रंप के साथ कई मतभेद थे, विशेषकर ईरान, उत्तर कोरिया और यूक्रेन को लेकर. उनके संस्मरण में उन्होंने ट्रंप पर यूक्रेन को सैन्य मदद देने और जो बाइडेन के खिलाफ जांच से जोड़ने का आरोप लगाया था. ट्रंप ने जवाब में बोल्टन को पागल युद्ध प्रेमी और  बेकार आदमी कहा था.

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