गाजियाबाद के लोनी इलाके का रहने वाला एक छात्र इन दिनों ईरान के तेहरान में चल रहे युद्ध जैसे हालातों में फंसा हुआ है. उत्तरांचल विहार कॉलोनी में रहने वाले मोहम्मद अली का 21 वर्षीय बेटा रिजवान तेहरान यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. रविवार शाम रिजवान ने पिता को कॉल कर बताया कि वह खाना खाने निकला था, तभी धमाकों की आवाजें सुनाई दीं और चारों ओर धुआं फैल गया.
रिजवान ने यह भी बताया कि जिस इमारत में वह रहे रहा है वो पूरी तरह गिर गई है. पिता ने उसे सुरक्षित जगह रुकने की सलाह दी. इसके बाद सोमवार को एक अनजान नंबर से सात मिनट की कॉल आई, जिसमें रिजवान ने खुद को फिलहाल ठीक बताया, लेकिन फिर कॉल कट हो गई. तब से न उसका नंबर लग रहा है, न ही कोई संपर्क हो पा रहा है.
तेहरान में फंसा भारतीय छात्र
मोहम्मद अली ने बताया कि रिजवान एक साल पहले मेडिकल की पढ़ाई के लिए तेहरान गया था और यूनिवर्सिटी हॉस्टल में रह रहा था. घर पर मां चमनरानी बेटे की सलामती को लेकर बेहद परेशान हैं. उनका कहना है कि जब से युद्ध की खबरें आई हैं, नींद और चैन सब छिन गया है.
माता-पिता ने सरकार से लगाई मदद की गुहार
परिवार ने केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय से अपील की है कि युद्ध क्षेत्र में फंसे छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के लिए जल्द कार्रवाई की जाए. मोहल्ले के लोगों में भी चिंता का माहौल है और सभी छात्र की सकुशल वापसी की मांग कर रहे हैं.