ग्रेटर नोएडा का निक्की भाटी मर्डर केस धीरे-धीरे एक रहस्यमयी पहेली में बदलता जा रहा है. 27 वर्षीय निक्की की मौत के बाद आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. मायके वाले इसे साफ-साफ दहेज हत्या करार दे रहे हैं. पुलिस भी अब तक मिले सबूतों के आधार पर पैसों और गाड़ी की मांग को हत्या की वजह मान रही है. लेकिन आरोपी विपिन भाटी के कुछ पड़ोसियों का कहना है कि दोनों के बीच तनाव की असली वजह सोशल मीडिया पर निक्की और कंचन की मौजूदगी थी.
इस केस की जांच कर रही पुलिस टीम के सामने दो परस्पर विरोधी कहानियां हैं. पहली कहानी यह कि निक्की भाटी को उसके पति और ससुरालवाले लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे. उससे 35 लाख रुपए की मांग की जा रही थी और यही प्रताड़ना उसकी मौत का कारण बनी. दूसरी कहानी यह है कि निक्की और उसकी बड़ी बहन कंचन इंस्टाग्राम पर रील्स बनाया करती थीं. यह बात उनके पति और ससुरवालों को बुरी लगती थी. इस वजह से उनके बीच अक्सर तनाव होता था, जो खूनी अंजाम तक पहुंच गया.
पहली कहानी: इंस्टाग्राम रील्स ने ली निक्की की जान?
निक्की भाटी की ससुराल ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में है. उसके ससुराल के आस-पास के लोगों का कहना है कि निक्की और कंचन अपने घर से छोटा ब्यूटी पार्लर चलाती थीं. इसके साथ ही दोनों बहनें इंस्टाग्राम पर मेकओवर रील्स बनाकर पोस्ट करती थीं. इन रील्स में वे साधारण लुक से ट्रांजिशन कर तैयार और स्टाइलिश अंदाज में नजर आती थीं. ये रील्स उनके पतियों, विपिन और रोहित भाटी को नागवार गुजरती थीं. एक पड़ोसी ने बताया, ''रील्स बनाने को लेकर उनके बीच अक्सर झगड़ा हुआ करता था.''
बताया जा रहा है कि इसी साल 11 मार्च को निक्की-कंचन और विपिन-रोहित के बीच जमकर झगड़ा हुआ था. इस दौरान दोनों बहनों के साथ मारपीट भी हुई थी. इस वजह से दोनों बहनें अपने मायके रूपबास गांव चली गई थीं. लड़कियों को मायके में देखकर आसपास लोग आवाज उठाने लगे, तो पंचायत बैठाई गई. 18 मार्च को सुलह इस शर्त पर हुई कि दोनों बहनें आगे से रील्स नहीं बनाएंगी. वे मान भी गईं, लेकिन चंद दिनों बाद दोनों ने फिर से वीडियो पोस्ट करना शुरू किया और तनाव दोबारा गहराने लगा.
दूसरी कहानी: दहेज प्रताड़ना और पैसे के लिए कत्ल?
निक्की के मायके वाले उसके पति विपिन भाटी के पड़ोसियों के दावों को बेबुनियाद बताते हैं. उनका कहना है कि निक्की की हत्या की असली वजह केवल और केवल दहेज था. उसके पिता भिखारी सिंह का आरोप है कि शादी के समय पहले ही एक स्कॉर्पियो, बुलेट और गहने दिए गए थे, लेकिन भाटी परिवार की मांगें लगातार बढ़ती जा रही थीं. अब 36 लाख रुपए नकद और एक लग्जरी कार की मांग की जा रही थी. निक्की के छोटे भाई अतुल का कहना है, ''मेरी बहन को दहेज के लिए जिंदा जलाया गया है.''
अतुल ने कहा कि हम उनकी बढ़ती मांगें पूरी नहीं कर पाए. इसलिए उन लोगों ने निक्की की जान ले ली. यदि सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट या इंस्टा रील्स से उनकी समस्या होती और उन्होंने निक्की को नहीं मारा होता, तो उसको अस्पताल पहुंचाने के बाद आरोपी फरार क्यों हो गए? उसका आरोप है कि विपिन भाटी को पुलिस एनकाउंटर में गोली लगने के बावजूद किसी तरह का पछतावा नहीं था. उसका व्यवहार और बयान देख-सुनकर ऐसा लग रहा था कि निक्की की मौत का उसे कोई पछतावा नहीं है.
क्या कहती है पुलिस, शुरुआती जांच में क्या मिला?
इस मामले की जांच कर रही पुलिस टीम का कहना है कि बीते गुरुवार रात निक्की के साथ मारपीट की गई. इसके बाद उसे आग के हवाले कर दिया गया. इस पूरे हमले का वीडियो उसकी बहन कंचन ने रिकॉर्ड किया. वीडियो में निक्की को बाल पकड़कर घसीटते और बाद में आग की लपटों में गिरते देखा गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. इस केस में आरोपी पति विपिन, उसके भाई रोहित, पिता सतवीर और माँ दयावती के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्या है असली सच... आखिर निक्की को किसने मारा?
निक्की हत्याकांड में दो अलग-अलग कहानियां सामने आई हैं. एक सोशल मीडिया विवाद जिसने रिश्तों में जहर घोल दिया. दूसरी दहेज की असीमित भूख जिसने एक जिंदगी छीन ली. फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है, लेकिन परिवार और समाज दोनों के लिए यह घटना गहरे सवाल छोड़ गई है. क्या सचमुच रील्स की दुनिया ने एक घर तोड़ दिया या फिर यह सब सिर्फ दहेज की अंधी मांग का परिणाम था? शायद आने वाले समय में पुलिस की जांच ही इन दो कहानियों में से एक को सच साबित कर दे.
---- समाप्त ----