पंजाब: DIG के ठिकानों पर सीबीआई का छापा, भारी कैश और प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद

4 hours ago 1

जांच एजेंसी ने 4 नवंबर को चलाए गए इस समन्वित अभियान के तहत गांव बौकर गुजीरां, गांव कलास खुर्द, माछीवाड़ा खास, सरगोधा कॉलोनी, सैंसोवाल कला और पटियाला के मोती बाग कॉलोनी व सिला कॉम्प्लेक्स में तलाशी ली. छापेमारी के दौरान सीबीआई टीमों ने करीब 20 लाख 50 हजार रुपये नकद, एक एप्पल लैपटॉप, दो मोबाइल फोन और सीसीटीवी डीवीआर जब्त किए हैं.

X

एजेंसी को शक है कि भुल्लर ने अपने सहयोगियों और बेनामी नामों के जरिए अवैध कमाई को प्रॉपर्टी और बिजनेस में निवेश किया. (File Photo- ITG)

एजेंसी को शक है कि भुल्लर ने अपने सहयोगियों और बेनामी नामों के जरिए अवैध कमाई को प्रॉपर्टी और बिजनेस में निवेश किया. (File Photo- ITG)

पंजाब कैडर के आईपीएस अधिकारी और डीआईजी रैंक के अधिकारी हरचरण सिंह भुल्लर के खिलाफ सीबीआई ने अवैध संपत्ति के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. केंद्रीय जांच ब्यूरो ने सोमवार को लुधियाना और पटियाला में भुल्लर से जुड़े सात ठिकानों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाया.

सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान सीबीआई टीमों ने करीब 20 लाख 50 हजार रुपये नकद, एक एप्पल लैपटॉप, दो मोबाइल फोन और सीसीटीवी डीवीआर जब्त किए हैं. इसके साथ ही 50 से अधिक प्रॉपर्टी दस्तावेज, सेल डीड, मनी ट्रांजैक्शन डिटेल्स और कंपनी से जुड़े रिकॉर्ड भी बरामद किए गए हैं.

सात ठिकानों पर समन्वित छापे

जांच एजेंसी ने 4 नवंबर को चलाए गए इस समन्वित अभियान के तहत गांव बौकर गुजीरां, गांव कलास खुर्द, माछीवाड़ा खास, सरगोधा कॉलोनी, सैंसोवाल कला और पटियाला के मोती बाग कॉलोनी व सिला कॉम्प्लेक्स में तलाशी ली. सीबीआई का कहना है कि ये सभी ठिकाने भुल्लर के करीबी सहयोगियों और कथित बेनामी संपत्ति धारकों से जुड़े हैं.

करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज मिले

एजेंसी को शक है कि भुल्लर ने अपने सहयोगियों और बेनामी नामों के जरिए अवैध कमाई को प्रॉपर्टी और बिजनेस में निवेश किया. छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों से करोड़ों रुपये की अघोषित संपत्ति के संकेत मिले हैं.

सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि सभी बरामद सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सील कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. कार्रवाई स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में और कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई.

अभी मामले में जांच जारी

सीबीआई ने कहा है कि मामले की जांच जारी है और आगे की कार्रवाई बरामद दस्तावेजों और डिजिटल डाटा की जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी. सूत्रों का कहना है कि एजेंसी जल्द ही अधिकारी और उनके करीबी सहयोगियों से पूछताछ कर सकती है ताकि अवैध संपत्ति के स्रोत और उपयोग के बारे में स्पष्ट जानकारी मिल सके.

---- समाप्त ----

Live TV

Read Entire Article