इजरायल और ईरान के बीच छिड़ी जंग अब किस अंजाम तक पहुंचेगी, इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल हो गया है. 13 जून को इजरायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमला किया, जिसे ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नाम दिया गया. इसके जवाब में ईरान ने 'ट्रू प्रॉमिस 3' ऑपरेशन के तहत इज़रायल पर मिसाइलों की बारिश कर दी. दोनों ही देशों से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो इस संघर्ष में हुए भारी नुकसान को साफ तौर पर दिखाती हैं.(फोटोः AFP)
इजरायल और ईरान के बीच चल रहे घातक संघर्ष ने तीसरे दिन भी विकराल रूप ले लिया है. इजरायल ने तेहरान समेत ईरान के कई इलाकों पर जबरदस्त हवाई हमले किए, जिनमें कुल 224 लोगों की मौत हो गई.मारे गए लोगों में ईरान की कुख्यात इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के खुफिया प्रमुख मोहम्मद काजेमी और दो वरिष्ठ जनरल भी शामिल हैं. जवाबी कार्रवाई में ईरान ने भी अपने सबसे घातक मिसाइलों का इस्तेमाल शुरू कर दिया. यह तस्वीर इजरायल के तेल अवीव शहर की है, जहां ईरान की मिसाइलों ने कई इमारतों को मलबे में बदल दिया. (फोटो-AP)
रविवार को ईरान ने कई मिसाइल हमले के दौरान इजराइल के तेल अवीव शहर में जबरदस्त विस्फोट देखा गया. इस धमाके की तस्वीर एपी (AP) फोटोग्राफर लियो कोरेआ ने कैमरे में कैद की.यह हमला ईरान की ओर से इज़राइली कार्रवाई के जवाब में किया गया पलटवार है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. तेल अवीव में हुआ यह धमाका उन कई हमलों में से एक है जो सेंट्रल इजराइल में रिपोर्ट हुए हैं. (फोटो-AP)
इजरायल की शक्तिशाली एयर डिफेंस प्रणाली ने ईरान की दागी गई अधिकांश बैलिस्टिक मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, लेकिन कुछ मिसाइलें अपने निशाने तक पहुंचने में सफल रहीं. इन हमलों में कई रिहायशी इलाकों और दफ्तरों को गंभीर नुकसान पहुंचा. फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने विशेष रूप से तेल अवीव स्थित इजरायली सेना के मुख्यालय 'किरयात' को निशाना बनाया, जहां सबसे अधिक तबाही देखने को मिली. (फोटो-AP)
इजरायल ने अपने ताजा हमलों में दुनिया के सबसे बड़े गैस फील्ड पर जोरदार एयरस्ट्राइक की, जो ईरान की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है. इसी दौरान ईरान के शारान ऑयल डिपो पर हुए हमले के बाद वहां आग की लपटें उठती दिखाई दीं, जिसने हमले की भयावहता दुनिया के सामने ला दिया.(फोटो-Reuters)
इजरायली ड्रोन ने भी ईरान में भारी तबाही मचाई. यह तस्वीर 14 जून की है, जब बुशहर प्रांत के कंगन क्षेत्र में स्थित ईरान के साउथ पार्स गैस फील्ड की एक रिफाइनरी इजरायली ड्रोन हमले के बाद धुएं और आग की चपेट में आ गई.( फोटो-AP)
ईरान के ताजा मिसाइल हमले में इज़राइल के कम से कम 67 लोग घायल हो गए. यह हमला इजरायल के मध्य और उत्तरी इलाकों में कहर बनकर टूटा.यह तस्वीर तेल अवीव के पास स्थित केंद्रीय इजरायली शहर पेटा टिकवा की है, जहां अधिकारियों ने पुष्टि की है कि एक आवासीय इमारत पर ईरानी मिसाइलों ने सीधा प्रहार किया. हमले की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि इमारत की दीवारें झुलस गईं, खिड़कियां चकनाचूर हो गईं और कई फ्लैटों को गंभीर क्षति पहुंची.(फोटो-AP)
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने दावा किया है कि उसके ताजा हमले में एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया, जिससे इजरायल की मल्टी-लेयर्ड डिफेंस सिस्टम एक-दूसरे को ही टारगेट करने लगीं.इसी रणनीति के चलते ईरान ने कई अहम ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाने में कामयाबी हासिल की. (फोटो-AP)
वहीं, इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इन हमलों पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि, इज़रायली अधिकारियों का पहले से ही यह कहना रहा है कि 'आयरन डोम' सुरक्षा प्रणाली 100% प्रभावी नहीं है और आने वाले दिनों में हालात और भी मुश्किल हो सकते हैं. (फोटो-Reuters)
वहीं, इज़रायल के हमलों से ईरान को लगे जख्म कितने गहरे हैं, ये भी सामने आने लगा है. सैटेलाइट तस्वीरों और ग्राउंड रिपोर्ट्स से साफ है कि ईरान के कई रणनीतिक ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है, जिनमें परमाणु संयंत्र, गैस फील्ड और मिलिट्री बेस शामिल हैं.(फोटो-AP)