तुर्की, भीषण गर्मी और सूखे का सामना कर रहा है. तापमान बढ़ने से जंगलों में लगने वाली आग भी भीषण रूप ले रही है. इस वर्ष हक्कारी से लगभग 200 किलोमीटर दूर सिलोपी में 50.5 डिग्री सेल्सियस का रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया है. यह सामान्य से 12 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान था. PHOTO: REUTERS
तुर्की के काराबुक के जंगल में लगी आग को तेज हवाओं, गर्मी और सूखे मौसम ने इसे खतरनाक बना दिया था. आग की लपटो और धुएं के उठते गुबार से लोग डर गए. धुएं ने हवा को जहरीला कर दिया जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही थी. उनहें अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा. PHOTO: REUTERS
हरमांसिक के जंगल में लगी आग से 3 हजार हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जलकर राख हो गया है. खेती की जमीन और फसलें भी नष्ट हुईं हैं. स्थानिय लोगों और किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. PHOTO: REUTERS
जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया का तापमान बढ़ रहा है, पहाड़ों के हिस्से जो बर्फ से ढके होते थे हर साल तेजी से पिघल रहे हैं. हक्कारी प्रांत में 4,135 मीटर ऊँचा माउंट सिलो के ग्लेशियर, माउंट अरारत के बाद तुर्की में दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है. PHOTO: AFP
भौगोलिक सूचना प्रणाली के विशेषज्ञ ओनूर सातिर के अनुसार बर्फ पिघलने की प्रक्रिया अपेक्षा से कहीं ज्यादा तेज है. रिसर्च के अनुसार, पिछले 40 सालों में लगातार पिघल रही बर्फ के कारण पहाड़ों पर जमी बर्फ का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा खो दिया है. PHOTO: AFP
विशेषज्ञों का कहना है कि बर्फ को सफेद तिरपाल से ढकने जैसे उपाय तुर्की में संभव नहीं हैं. माउंट सिलो को 2020 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था. पर्यटकों की बढ़ती संख्या से ग्लेशियरों को नुकसान हो रहा है. दुनिया के कई क्षेत्रों के ग्लेशियर जलवायु में हो रहे परिवर्तनों के कारण तेजी से पिघल रहे हैं. PHOTO: AFP
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का अनुसार तुर्की का 88 % क्षेत्र खतरे में है. सदी के अंत तक बारिश में 30 % की कमी आने के संकेत है. तापमान भी 5 से 6 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की सम्भावना है. ग्लेशियरों के खत्म होने से करोड़ों लोगों के लिए जल आपूर्ति का एक बड़ा संकट मंडरा रहा है. PHOTO: AFP
हाइकिंग गाइड ओजदेमिर ने बताया कि माउंट सिलो ग्लेशियर शहर से 40-50 किलोमीटर दूर है. पहले यहां तक कोई सड़क नहीं आती थी. सड़क बनने के बाद यहां आने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि से बर्फ पिघलने की गति तेज हो गई है. PHOTO: AFP
तुर्की के दक्षिण-पूर्वी शहर दियारबाकिर में भीषण गर्मी से बचने के लिए पूल के ठंडे पानी में छलांग लगाते बच्चे. तुर्की के मौसम विभाग के अनुसार जुलाई 2025 में सामान्य से 12 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान दर्ज किया गया. PHOTO: REUTERS
2025 में तुर्की ने सबसे गर्म गर्मी के मौसम का अनुभव किया. ह्यूमिडिटि ने गर्मी को और असहनीय बना दिया. बुजुर्गों और बच्चों को स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा. इस्तांबुल में एक कॉफी बार के पास इलाके को ठंडा करने के लिए पानी के फव्वारों को इस्तेमाल किया जा रहा है. PHOTO: AP
इस्तांबुल में गर्म दिन के दौरान कादिकॉय समुद्र तट पर एक रेस्तरां की छत पर लगी छतरियों की छांव में बैठे लोग. बढ़ती गर्मी और कम बर्फबारी से माउंट सिलो और माउंट अरारात ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं. यह पानी की आपूर्ति और पर्यावरण दोनों के लिए गंभीर समस्या का विषय है. PHOTO: AP