बिहार के जमुई में बरहट थाना क्षेत्र के कदुआतरी गांव में अवैध शराब की सूचना मिलने पर छापेमारी के लिए पहुंची पुलिस टीम पर आदिवासी समुदाय के लोगों ने हमला कर दिया. इस हमले में चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि ग्रामीण पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीट रहे हैं और पुलिसकर्मी खुद को बचाने के भीड़ के सामने हाथ जोड़ रहे हैं लेकिन फिर भी उन्हें ग्रामीणों ने नहीं बख्शा.
हमले में एसआई समेत कई पुलिसकर्मी घायल
घायल पुलिसकर्मियों की पहचान एसआई उर्मिला कुमारी, पीएसआई शुभम झा, चौकीदार सुदामा पासवान और सिपाही चंदन कुमार के रूप में हुई है. सभी घायलों का इलाज बरहट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया है. हमले की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिसकर्मियों के पास हथियार होने के बावजूद भीड़ ने उन्हें दबोच लिया और बेरहमी से पीटा.
अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी करने पहुंची थी पुलिस टीम
सूत्रों के अनुसार, बरहट थाना पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी कि कदुआतरी गांव में बड़ी मात्रा में अवैध देशी शराब का निर्माण हो रहा है. इसी सूचना के आधार पर शुक्रवार शाम पुलिस टीम छापेमारी के लिए गांव पहुंची. पहले एक घर में छापा मारने के बाद जब पुलिस दूसरी जगह बढ़ी तो पूरे गांव के लोग इकट्ठा होकर पुलिस पर टूट पड़े.
गांव वालों ने पहले चौकीदार की जमकर पिटाई की और फिर महिला पुलिस अधिकारी समेत अन्य जवानों को भी निशाना बनाया. गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया. पुलिसकर्मी किसी तरह वहां से जान बचाकर निकले.
आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी: डीएसपी
घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. मामले पर जमुई डीएसपी सतीश सुमन ने कहा कि पुलिस अवैध शराब के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है और इस तरह का हमला बेहद निंदनीय है. उन्होंने बताया कि हमले में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इस घटना ने यह भी साफ कर दिया है कि इलाके में अवैध शराब माफिया किस हद तक सक्रिय है और ग्रामीणों को अपने पक्ष में कर पुलिस के खिलाफ भड़का देते हैं. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है.
---- समाप्त ----