Lucy Guo को हाल ही में Forbes ने अपनी लिस्ट में शामिल किया है. 30 साल की गुओ को Forbes ने यंगेस्ट सेल्फ मेड विमेन बिलेनियर बताया. उनकी नेटवर्थ 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जिसे भारतीय करेंसी में कंवर्ट करने पर करीब 11,445 करोड़ रुपये होते हैं.
लुसी गुओ अब तक कई स्टार्टअप को शुरू कर चुकी हैं, जिनमें Scale AI का नाम भी शामिल है, जिसे हाल ही में Facebook की पेरेंट कंपनी Meta एक्वायर कर चुकी है.
मिडिल क्लास फैमिली में हुआ था जन्म
लुसी गुओ के जीवन के बारे में जानते हैं कि कैसे उन्होंने एक मिडिल क्लास फैमिली से निकलकर अरबपति तक का सफर पूरा किया है. गुओ ने यूनिवर्सिटी की पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया था, जिसके बाद उनके माता-पिता काफी दुख पहुंचा था, जिसकी जानकारी वे खुद एक इंटरव्यू में दे चुकी हैं.
यूनिवर्सिटी में दो साल की थी पढ़ाई
लुसी गुओ के इस फैसले को कई लोगों ने गलत बताया था क्योंकि वह पहले ही दो साल की पढ़ाई कर चुकी थीं और डिग्री मिलने के लिए अब एक साल बाकी था.
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गुओ ने खुद को साबित करके दिखाया
अब लुसी गुओ ने खुद को साबित करके दिखाया और अब उनकी नेटवर्थ 11,445 करोड़ रुपये की है. गुओ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) डेटा लेबलिंग फर्म Scale AI की को-फाउंडर रह चुकी हैं, जिसको हाल ही में Meta ने 25 बिलियन अमेरिकी डॉलर देकर एक्वायर किया है.
Passes की फाउंडर हैं लुसी गुओ
लुसी गुओ अब कंटेंट क्रिकेटर मॉनिटाइजेशन प्लेटफॉर्म Passes की फाउंडर हैं. Passes प्लेटफॉर्म की लॉन्चिंग साल 2022 में हुई थी. साल 2019 में उन्होंने टेक स्टार्टअप में इनवेस्टमेंट करने के लिए Backend Ventures नाम की वेंचर कैपिटल फर्म की शुरुआत की थी.
गुओ के माता-पिता चीनी मूल के
लुसी गुओ के माता-पिता मूल रूप से चीन से हैं और बाद में वे अमेरिका में आकर बस गए. अमेरिका में वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और बेहतर करियर देने के लिए आए थे. ऐसे में उनकी बेटी लुसी गुओ ने जब पढ़ाई बीच में छोड़ दी तो उनको बहुत ही दुख हुआ.
कंप्यूटर साइंस की डिग्री के लिए की थी पढ़ाई
लुसी गुओ के माता-पिता का फोकस स्टडी पर था और वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते थे. इसकी वजह से उन्होंने गुओ को कार्नेगी मिलोन यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस एंड ह्यूमन-कंप्यूटर इंट्रैक्शन में डिग्री हासिल करने के लिए भेजा. जहां उन्होंने दो साल तक पढ़ाई की और फिर पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी.
यूनिवर्सिटी छोड़ने के बाद फैलोशिप में शामिल हुईं
पढ़ाई छोड़ने के बाद गुओ थिएल फैलोशिप में शामिल हुईं, जिसके तहत 2 लाख अमेरिकी डॉलर की मदद से खुद की इनोवेटिव कंपनी तैयार करने का मौका मिलता था.
लुसी गुओ ने बताया- कैसा था उनका बचन?
सीएनबीसी को दिए गए अपने इंटरव्यू में लुसी गुओ ने बताया कि उनके माता-पिता बहुत ही साधारण जीवन जीते थे और हमेशा से ही रुपयों की जरूरत को समझाते थे. इसकी वजह से गुओ को अपनी प्राइमरी एजुकेशन के दौरान कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ा. उन्होंने आगे बताया कि अब उन्होंने अपना रास्ता खोज लिया है और रुपये कमाना जानती हैं.
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छोटी उम्र में ही सीख लिया था पैसा कमाना
लुसी गुओ ने बताया कि वक्त के साथ-साथ उन्होंने रुपये कमाना सीख लिया था. मोबाइल गेम Neopets की वे बड़ी फैन थीं और उन्होंने एक फोरम पर वर्चुअल क्रिएटर्स और इन-गेम करेंसी को सेल करना शुरू किया.
इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की और कोडिंग सीखी. फिर उन्होंने बोट्स आदि बनाने शुरू किए जो गेमिंग में काम आते थे. इसके बदले उनको असली रुपयों में रकम मिलती थी.
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