वाराणसी में ट्रांसपोर्टर की संदिग्ध मौत आत्महत्या या हत्या? परिजन बोले- 'बाउंसर्स ने मारकर छत से फेंका'

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वाराणसी में शनिवार देर रात सिगरा थाना क्षेत्र के मलदहिया इलाके में विनायक प्लाजा बिल्डिंग से संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर 30 वर्षीय युवा ट्रांसपोर्टर सूरज सिंह की मौत का मामला गहराता जा रहा है. जहां पुलिस इसे आत्महत्या मानकर जांच कर रही है, वहीं मृतक के परिजनों ने इसे साज़िश के तहत की गई हत्या बताया है और बार के बाउंसर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

परिजनों का आरोप, हत्या कर सबूत मिटाया
मृतक सूरज सिंह मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे और वाराणसी में ट्रांसपोर्ट का काम करते थे. सूरज के भाई बादल सिंह ने सिगरा थाने में तहरीर दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.

क्या हैं भाई के आरोप?
बादल सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि 1 नवंबर 2025 की रात करीब 9:40 से 10 बजे के बीच उनका भाई सूरज सिंह अपने दोस्त बबलू शाह के साथ क्लब बार 'माय टेबल' (मलदहिया) गया था. यहां खाने-पीने को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद क्लब के मैनेजर और बाउंसर्स ने सूरज के साथ गाली-गलौज और मारपीट की. तहरीर के अनुसार, सूरज को लात-घूंसों से जमीन पर पटककर इतना मारा गया कि उसकी जान चली गई. इसके बाद सबूत मिटाने के लिए उसे छत से नीचे फेंक दिया गया.

CCTV फुटेज और पुलिस का पक्ष
पुलिस के मुताबिक, सूरज सिंह देर रात CCTV फुटेज में बिना जूते और खुली बटन की शर्ट पहने अकेले ही आठवें तल पर जाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं, जिसके कुछ देर बाद ही उनके आठवें तल से नीचे गिरने की खबर आती है. पुलिस इस घटना को सुसाइड मानकर जांच कर रही है.

क्या बोले डीसीपी?
डीसीपी काशी ने बताया कि पुलिस निष्पक्षता के साथ जांच कर रही है और सभी डिजिटल CCTV एविडेंस जुटाए गए हैं. डीसीपी के अनुसार, बार के अंदर एक महिला की शिकायत पर बाउंसर्स ने सूरज को बाहर कर दिया था. महिला ने आरोप लगाया था कि व्यक्ति अभद्रता कर रहा था और बहुत नशे में था. बार से बाहर किए जाने के बाद व्यक्ति पांचवें से आठवें फ्लोर पर CCTV में जाता हुआ दिखाई पड़ रहा है, और कुछ देर बाद गिरने से उसकी मृत्यु हो गई. उन्होंने बताया कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दायर कर लिया गया है और आगे की विवेचना की जा रही है.

परिजनों ने CBI जांच की मांग की
परिजनों और भाई बादल सिंह ने पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए इसे मिलिभगत बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सूरज के शरीर पर चोट के निशान थे. बादल सिंह ने दावा किया कि उनके पास फुटेज है जिसमें बाउंसर्स सूरज को घसीटकर ले जाते हुए दिख रहे हैं, जबकि पुलिस पूरा फुटेज नहीं दिखा रही है.

परिजनों ने मांग की है कि इस मामले की जांच पुलिस से हटाकर CBCID से कराई जाए, ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके. उन्होंने बताया कि सूरज ट्रांसपोर्ट का काम करता था और उस पर 25 लोगों का परिवार आश्रित था. फिलहाल, पुलिस सभी साक्ष्यों की गहनता से जांच कर रही है और डीसीपी ने भरोसा दिलाया है कि जांच में जो भी सामने आएगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

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