ताइवान से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक 59 साल की महिला को दो साल की जेल की सजा सुनाई गई है. उस पर आरोप है कि उसने एक मृत व्यक्ति की उंगलियों के निशान का इस्तेमाल कर 8.5 मिलियन ताइवान डॉलर (करीब 2.3 करोड़ रुपये) के फर्जी प्रॉमिसरी नोट पर हस्ताक्षर किए.
यह अजीबोगरीब घटना ह्सिन्चू शहर के एक अंतिम संस्कार केंद्र में हुई. रिपोर्ट के मुताबिक, महिला का नाम ली बताया गया है. वह मृतक व्यक्ति पेंग की पहचान वाले व्यक्ति के पास उसके अंतिम संस्कार के दौरान पहुंची. वह खुद को पेंग की करीबी दोस्त बताकर वहां आई थी.
लेकिन कुछ ही देर में ली का अजीब व्यवहार अंतिम संस्कार में आए लोगों को शक में डाल गया, जैसे ही मौका मिला, वह उस वाहन में घुस गई जिसमें पेंग का शव रखा था. उसने शव बैग की जिप खोली और पेंग की उंगली को एक कागज पर दबाया, जिस पर उसने पहले से ही एक फर्जी गिरवी और प्रॉमिसरी नोट तैयार कर रखा था.
रंगे हाथों पकड़ी गई महिला
फ्यूनरल सेंटर के एक कर्मचारी ने तुरंत पेंग के परिवार को इसकी जानकारी दी. परिवार ने पुलिस को बुलाया और ली को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया. तलाशी में पुलिस को उसके पास से फर्जी बंधक दस्तावेज, एक बैंक चेक और इंक पैड मिला.
पैसे वापस न मिलने का डर था
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, पूछताछ में ली ने अपराध कबूल कर लिया. उसने बताया कि पेंग से उसका पैसों का विवाद चल रहा था. उसे डर था कि पेंग की मौत के बाद वह अपने पैसे वापस नहीं ले पाएगी. इसलिए उसने 23 मई 2010 की तारीख डालकर एक फर्जी जमीन गिरवी का दस्तावेज बनाया और ऐसा दिखाने की कोशिश की कि पेंग उस पर 8.5 मिलियन डॉलर का कर्जदार था.
कोर्ट का फैसला और सजा
अदालत ने ली को फर्जी दस्तावेज बनाने का दोषी पाया और दो साल की जेल की सजा सुनाई. हालांकि, अदालत ने उसकी सजा को पांच साल के लिए निलंबित कर दिया, क्योंकि उसने अपराध स्वीकार कर लिया था और फर्जी चेक अभी बैंक में जमा नहीं हुआ था.
इसके अलावा, ली पर 50 हजार न्यू ताइवान डॉलर (करीब 1.6 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया गया और उसे 90 घंटे की सामुदायिक सेवा करने का आदेश दिया गया.फ्यूनरल होम के एक कर्मचारी ने कहा कि मैंने 20 साल से इस इंडस्ट्री में काम किया है, लेकिन ऐसा मामला पहली बार देखा है.
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