दुनिया के सबसे ताकतवर देश वही हैं, जो तकनीक में आगे हैं और इनोवेशन के जरिए अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं. इसी रेस में चीन, अमेरिका और रूस एक-दूसरे से आगे निकलने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए वे किसी भी हद तक जा रहे हैं, और इसी खींचतान के बीच अब टेक्नोलॉजी की लड़ाई में एक नया शब्द जुड़ गया है-सेक्स वॉरफेयर
'सेक्स वॉरफेयर' के क्या है मायने
अमेरिकी इंटेलिजेंस विशेषज्ञों का दावा है कि चीन और रूस अब खूबसूरत महिला जासूसों के जरिए अमेरिकी टेक्नोलॉजी सीक्रेट्स हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी को नाम दिया गया है सेक्स वॉरफेयर.अमेरिकी मीडिया के रिपोर्ट के मुताबिक, पामिर कंसल्टिंग के चीफ इंटेलिजेंस ऑफिसर जेम्स मल्वेनन ने द टाइम्स को बताया कि वह हाल ही में विदेशी महिलाओं के निशाने पर थे.
उन्होंने कहा कि मुझे हाल ही में कई लिंक्डइन रिक्वेस्ट मिली हैं, जो सब एक जैसे प्रोफाइल से थीं आकर्षक, युवा चीनी महिलाएं और यह सिलसिला हाल के दिनों में काफी बढ़ गया है. पामिर कंसल्टिंग अमेरिकी कंपनियों को चीन में निवेश से जुड़े जोखिमों का विश्लेषण करती है.
‘हनी ट्रैप’ का हाई-टेक रूप
मल्वेनन ने बताया कि हाल ही में वर्जीनिया में हुए एक बिजनेस कॉन्फ्रेंस में दो खूबसूरत चीनी महिलाएं पहुंचीं और अंदर घुसने की कोशिश करने लगीं. उन्होंने कहा कि हमने उन्हें एंट्री नहीं दी, लेकिन उनके पास कार्यक्रम से जुड़ी सारी जानकारी थी.उनका कहना है कि यह 'हनी ट्रैप' रणनीति अब अमेरिका के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है.हमारे कानून और संस्कृति हमें इस तरह की जासूसी से रोकते हैं, लेकिन हमारे विरोधी इसका खुलकर इस्तेमाल कर रहे हैं। यही उन्हें ‘सेक्स वॉरफेयर’ में बढ़त देता है.
रिपोर्ट के अनुसार, कुछ महिला जासूस सिर्फ फ्लर्ट तक सीमित नहीं रहतीं. वे अमेरिकी नागरिकों से शादी कर लेती हैं और परिवार बसाकर सालों तक संवेदनशील जानकारी जुटाती रहती हैं।
एक पूर्व काउंटर-इंटेलिजेंस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने एक खूबसूरत रूसी महिला का केस देखा, जो एक अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी में काम करती थी और अपने अमेरिकी सहकर्मी से शादी कर चुकी थी. जांच में सामने आया कि वह पहले 'रशियन सॉफ्ट-पावर स्कूल' से जुड़ी थी और दस साल बाद 'क्रिप्टो एक्सपर्ट' बनकर अमेरिका लौटी.
कॉरपोरेट जासूसी का नया चेहरा
द टाइम्स से बात करने वाले काउंटरइंटेलिजेंस विशेषज्ञों ने बताया कि 'हनी ट्रैप' सिर्फ एक तरीका है. चीन और रूस अब अमेरिकी स्टार्टअप्स के लिए नकली 'इनोवेशन प्रतियोगिताएं' आयोजित कर रहे हैं ताकि बिजनेस प्लान और डेटा चोरी किया जा सके.
इतना ही नहीं, अब जासूस हमेशा प्रशिक्षित एजेंट नहीं होते,बल्कि आम नागरिक, प्रोफेसर, बिजनेसमैन और क्रिप्टो एक्सपर्ट्स को भी इस मिशन में शामिल किया जा रहा है. मेरिकी विशेषज्ञों के मुताबिक, यह जासूसी अब सिर्फ डेटा की नहीं, बल्कि भरोसे और आकर्षण की जंग बन चुकी है.एक ऐसी 'सेक्स वॉरफेयर', जो दिल जीतकर दिमाग चुराने का काम करती है.
---- समाप्त ----

22 hours ago
1






















English (US) ·