महंगाई (Inflation) के मोर्चे पर भारतीय जनता के लिए बैक टू बैट दो गुड न्यूज आई हैं. पहले देश में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) मई महीने में फिसलकर 6 साल की निचले स्तर पर पहुंच गई, तो वहीं अब थोक महंगाई दर (WPI) के सोमवार को जारी किए गए आंकड़े राहत भरे हैं. जी हां, मई 2025 में देश में होलसेल महंगाई (WPI Inflation) 0.39% रह गई है, जो इसके 14 महीने का निचला स्तर है.
2019 के बाद सबसे कम खुदरा महंगाई
बता दें बीते दिनों सरकार की ओर से खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किए गए थे. इन्हें देखें तो मई में रिटेल महंगाई दर यानी CPI (Consumer Price Index) गिरकर 2.82 फीसदी पर आ गई. इससे पिछले साल मई महीने में यह आंकड़ा 4.8 फीसदी रहा था. इसके साथ ही बता दें कि मई महीने में खुदरा महंगाई दर छह साल का निचले स्तर पर आ गई है, क्योंकि मार्च 2019 में ये 2.86 फीसदी रही थी. सरकार की ओर से बताया गया था कि खाने-पीने के सामान की कीमतों में लगातार नरमी की वजह से रिटेल महंगाई में गिरावट देखने को मिली है.
खुदरा के बाद घटी थोक महंगाई
सिर्फ रिटेल महंगाई दर ही नहीं, बल्कि थोक महंगाई में गिरावट आने से जनता को दोहरी राहत मिली है. जी हां, सोमवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से WPI डेटा शेयर किया गया और ये भी राहतभरा रहा है. सरकार के मुताबिक, मई 2025 में थोक महंगाई दर में भी कमी आई है और यह 0.39% रह गई है. ये आंकड़ा एक्सपर्ट्स द्वारा जताए गए पूर्वानुमानों से बेहतर है, उन्होंने इसके 0.80 फीसदी रहने की उम्मीद जताई थी. बता दें कि इससे पिछले महीने में थोक महंगाई 0.85% रही थी, जबकि पिछले साल मई में यह 2. 74 फीसदी थी.
मई महीने में जहां महंगाई से राहत मिली है, उनमें सब्जियों की महंगाई अप्रैल के -18.26% से और घटकर -21.62% हो गई है. इसके अलावा दालों पर महंगाई गर -10.41%, गेहूं पर 5.75% रही. अंडे, मांस और मछली पर महंगाई दर में भी गिरावट आई है और ये अप्रैल के -0.29% से कम होकर मई में -1.01% रह गई.
RBI ने भी घटाया है महंगाई का अनुमान
गौरतलब है कि इसी महीने की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में कटौती करते हुए इसे 6 फीसदी से घटाकर 5.5 फीसदी किया था और इसका ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने महंगाई दर के अनुमान को 4 फीसदी से कम करते हुए 3.7 फीसदी कर दिया था. केंद्रीय बैंक ने सामान्य मॉनसून की उम्मीद के चलते महंगाई दर के अनुमान में संशोधन किया है.