बाराबंकी लाठीचार्ज और मंत्री ओमप्रकाश राजभर के आवास पर एबीवीपी के प्रदर्शन को लेकर अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने ही सहयोगी संगठनों में झड़प करा रही है. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी अपने ही सहयोगियों के खिलाफ प्रदर्शन करवा रही है. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी अपने तथाकथित राजनीतिक सहयोगियों के लिए ऐसी मुसीबतें खड़ी कर रही है कि वे अपने समुदायों में अपना चेहरा दिखाने में असमर्थ हैं और वे अब 'राजनीतिक रूप से बर्बाद' हो चुके हैं.
राजभर के घर प्रदर्शन पर अखिलेश का तंज
सपा प्रमुख ने यह हमला तब किया जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के आवास के बाहर प्रदर्शन किया. एबीवीपी कार्यकर्ता राजभर के 'गुंडा' कहने से नाराज थे. राजभर के बेटे अरुण राजभर ने एक वीडियो बयान जारी कर प्रदर्शन की निंदा की. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की, अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और वाहनों में तोड़फोड़ की.
'पैसों की लालच में आए सहयोगी'
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी की 'पैसों की लालच' वाले सहयोगी यह महसूस कर रहे हैं कि भगवा पार्टी उनकी वित्तीय स्थिति को तो सुधार सकती है, लेकिन उन्हें कभी सम्मान नहीं देगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी की रणनीति पहले इस्तेमाल करो और फिर फेंक दो है.
भाजपा किसी की सगी नहीं है… कल तक भाजपाइयों की अपनी ही ‘परिषद’ बनाम अपनी ही ‘वाहिनी’ हो रहा था, अब अपने तथाकथित राजनीतिक सहयोगी के ख़िलाफ़, उनके आवासों तक पर प्रदर्शन करवा रही है।
भाजपाइयों की ‘दरारवादी सोच’ अब अपने गुट में भी दरार डाल चुकी है। भाजपा के सहयोगी बने धन-लोलुप… pic.twitter.com/zayAkq7HDA
अखिलेश ने एक वीडियो भी साझा किया जहां पुलिसकर्मी एबीवीपी कार्यकर्ताओं को 'भाई' कहते सुनाई दे रहे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी का विभाजनकारी मानसिकता वाला रवैया अपने ही रैंकों में दरार पैदा कर रहा है. फिलहाल, एबीवीपी के नेता गुरुवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं. इसपर सभी की निगाहें टिकी हैं.
बकौल अखिलेश- बड़े-बड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, सामान्य पुलिसकर्मियों को आगे करके भाजपा की अंदरूनी लड़ाई से बचना चाहते हैं. बड़े वर्चस्ववादी पुलिस अधिकारी एसी में बैठकर, बड़े भाजपाइयों के सामने अपना तो ‘यस सर-यस सर’ कर रहे हैं लेकिन सड़कों पर, भाजपा के आनुषंगिक संगी-सहयोगियों के अभद्र व्यवहार के बावजूद, अन्य कनिष्ठ पुलिसकर्मियों को ‘भाई-भाई’ कहकर हाथ जोड़ने को मजबूर कर रहे हैं.
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