असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को पत्र लिखकर विपक्षी महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई थी. इसे लेकर अब बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह का बयान आया है.
अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि एआईएमआईएम जैसी सांप्रदायिक पार्टी के साथ गठबंधन कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम हमेशा से बीजेपी की मदद करती रही है. बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर आज तक की ग्राउंड रिपोर्ट पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
उन्होंने कहा कि बीएलओ के पास किस तरह से वोटर लिस्ट में मतदाताओं के नाम शामिल करने, मतदाताओं के नाम हटाने का अंतिम अधिकार है, मैंने 'आज तक' पर देखा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने यह भी दावा किया कि बीजेपी को छोड़कर हर दल में एसआईआर को लेकर आशंकाएं हैं.
एनडीए के घटक दल तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के चिंता जताने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग खुलकर बोल रहे हैं, लेकिन कुछ लोग अभी भी भय से बाहर नहीं आ पा रहे है. एआईएमआईएम की महागठबंधन में एंट्री को अखिलेश प्रसाद सिंह की 'नो' के बाद अब पक्ष-विपक्ष में नई बहस छिड़ गई है.
आरजेडी ने किया अखिलेश प्रसाद का समर्थन
बिहार में महागठबंधन की अगुवाई कर रही आरजेडी ने अखिलेश प्रसाद सिंह के बयान का समर्थन किया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ओवैसी की पार्टी बीजेपी की बी टीम बनकर सेक्युलर वोट का बिखराव करती रही है. उनका ट्रैक रिकॉर्ड सांप्रदायिक शक्तियों को लाभ पहुंचाने का रहा है.
हम हैदराबाद नहीं जाते, ओवैसी क्यों बिहार आते हैं- आरजेडी
आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि हम चुनाव लड़ने हैदराबाद नहीं जाते, फिर ओवैसी क्यों बिहार आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ओवैसी अगर वाकई सेक्युलर ताकतों की मदद करना चाहते हैं, तो बिहार चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान करें. महागठबंधन में एआईएमआईएम की एंट्री को लेकर सियासत के बीच अब जेडीयू ने भी इसे लेकर तंज कसा है.
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जेडीयू ने कसा तंज, किया एनडीए की जीत का दावा
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि ओवैसी को महागठबंधन में एंट्री नहीं मिलने से विपक्ष का संकट गहरा गया है. उन्होंने कहा कि आरजेडी और ओवैसी की दूरी जगजाहिर हो चुकी है. राजीव रंजन ने कहा कि यह लोग एनडीए का मुकाबला नहीं कर सकते. उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की जीत तय है.
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जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि ओवैसी को साथ लेने में कांग्रेस और आरजेडी को असहज महसूस हो रहा है. उन्होंने कहा कि ओवैसी ने जिस तरह से 2020 में सीटें हासिल की थीं, उसे देखते हुए लग रहा है कि महागठबंधन के वोट बंट सकते हैं.
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