CBSE Topper Success Story: वंशिका बताती हैं कि उन्होंने पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया और मोबाइल फोन से पूरी तरह दूरी बना ली थी. वह दिन का ज्यादातर समय पढ़ाई में लगाती थी और कठिन विषयों पर विशेष ध्यान देती थी. जैसे ही CBSE का परिणाम घोषित हुआ और वंशिका के जिला टॉपर बनने की खबर आई, स्कूल में जश्न का माहौल बन गया.
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CBSE Topper Vanshika From Baghpat, UP
कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प की मिसाल बनी बागपत जिले की वंशिका चौधरी ने सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा 2025 में 500 में से 497 अंक हासिल कर न केवल जिले में टॉप किया, बल्कि अपने छोटे से गांव लूम्ब का नाम भी पूरे प्रदेश में रोशन कर दिया. वंशिका की इस ऐतिहासिक उपलब्धि से गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है.
गांव की बेटी बनी पूरे जिले की शान
वंशिका चौधरी दो भाई-बहनों में एक है. उसके परिवार में शिक्षा का माहौल हमेशा से रहा है, लेकिन इस बार वंशिका ने जो कर दिखाया है, उससे पूरे क्षेत्र का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है. उसने विज्ञान संकाय से पढ़ाई की है और हर विषय में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कुल 497 अंक हासिल किए हैं. अपनी सफलता पर वंशिका कहती है, "यह सब मेरे शिक्षकों, माता-पिता और मेरे कठिन परिश्रम का नतीजा है. मैं रोज़ाना तय समय पर पढ़ाई करती थी और distractions से दूर रहती थी. मेरा सपना है कि मैं आगे चलकर UPSC परीक्षा पास कर भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाऊं और देश के लिए कुछ कर दिखाऊं.”
मोबाइल से दूरी, किताबों से नाता
वंशिका बताती है कि उसने पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया और मोबाइल फोन से पूरी तरह दूरी बना ली थी. वह दिन का ज्यादातर समय पढ़ाई में लगाती थी और कठिन विषयों पर विशेष ध्यान देती थी. जैसे ही CBSE का परिणाम घोषित हुआ और वंशिका के जिला टॉपर बनने की खबर आई, स्कूल में जश्न का माहौल बन गया. शिक्षकों ने मिठाई बांटी और गांववालों ने ढोल-नगाड़ों के साथ वंशिका के घर जाकर बधाई दी. स्कूल के प्राचार्य ने भी वंशिका को विद्यालय की ‘गर्व की प्रतीक’ बताया और कहा कि वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है.
इस साल कैसा रहा CBSE 12वीं का रिजल्ट?
12वीं की परीक्षा इस साल 15 फरवरी से 4 अप्रैल तक चली थी. इसमें 16 लाख 92 हजार 794 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से कुल 14 लाख 96 हजार 306 बच्चे परीक्षा में पास हुए हैं. इस बार 12वीं की परीक्षा में कुल 1 लाख से ज्यादा बच्चों ने 90 फीसदी से ज्यादा स्कोर किया है. वहीं, 6.59 फीसदी बच्चों ने 90 फीसदी नंबर लाएं हैं. इस बार 24867 बच्चों (1.47 बच्चों) ने 95 फीसदी से ज्यादा स्कोर किया है.