भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने इतिहास रच दिया है. 25 जून को वो एक्सिओम-4 मिशन के साथ 3 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों अंतरिक्ष यात्रा पर निकले थे. वो किंग खान की मूवी स्वेदश का गाना 'यूं ही चला चल राही' सुनते हुए अपने मिशन पर निकले थे. 18 दिन तक स्पेस में रहने के बाद वो अपना मिशन पूरा कर धरती पर लौट आए हैं.
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रकुल प्रीत सिंह (Photo: Instagram @rakulpreet), शुभांशु शुक्ला (Photo: Screengrab)
अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 18 दिन की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) यात्रा के बाद धरती पर वापस लौट आए हैं. देशभर के लोग उनके सही-सलामत वापस लौटने की प्रार्थना कर रहे थे. ये शुभांशु की पहली अंतरिक्ष यात्रा थी, जो एक्सिओम मिशन 4 (Ax-4) का हिस्सा थी. शुभांशु शुक्ला के आगमन पर देशभर में जश्न का माहौल है. नेता-अभिनेता सभी उन्हें उनके अद्भुत मिशन के लिए बधाई दे रहे हैं.
वापस लौटे शुभांशु शुक्ला
भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने इतिहास रच दिया है. 25 जून को वो 3 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों अंतरिक्ष यात्रा पर निकले थे. वो किंग खान की मूवी स्वेदश का गाना 'यूं ही चला चल राही' सुनते हुए अपना मिशन पूरा करने गए थे. शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में पहुंचने के बाद स्टेशन का दौरा करने वाले पहले भारतीय हैं. वहीं राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं.
शुभांशु की सक्सेस पर बॉलीवुड एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह ने उन्हें बधाई दी है. एक इंस्टा स्टोरी शेयर कर रकुल ने लिखा- क्या शानदार पल है! ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और पूरी एक्सिओम-4 टीम को सफलतापूर्वक लौटने की बधाई. यह भारत के लिए गर्व का क्षण है और हमारे अंतरिक्ष सपनों की ओर एक बहुत बड़ा कदम है.
स्पेसक्राफ्ट से दिया था मैसेज
शुभांशु ने स्पेसक्राफ्ट से देशवासियों को एक मैसेज दिया था. उन्होंने कहा था कि 41 साल बाद भारत फिर से अंतरिक्ष पर परचम लहराने वाला है. उन्होंने इसे कमाल की जर्नी बताया था. शुभांशु ने ये भी कहा था कि उनके कंधे पर तिरंगा है, जिससे उन्हें एहसास होता है कि इस मिशन में भारतीय उनके साथ हैं. उन्होंने कहा कि ये ह्यूमन स्पेस प्रोग्राम की शुरुआत है. शुभांशु ने कहा कि उनकी इच्छा है सभी देशवासी उनकी इस यात्रा का हिस्सा बनें.
कौन हैं शुभांशु शुक्ला?
शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन, टेस्ट पायलट और अंतरिक्ष यात्री हैं. उनका जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में हुआ था. उन्होंने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पढ़ाई की हुई है. शुभांशु को 2,000 घंटे से अधिक लड़ाकू विमानों का अनुभव है. वो गगनयान मिशन के लिए चुने गए, और 2025 में एक्सिओम मिशन-4 के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक गए, जिससे वो ISS पर जाने वाले पहले भारतीय बने. उनकी इस उपलब्धि से देश को गर्व है.
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