एससीओ की विदेश मंत्रियों की बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने इनडायरेक्टली पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि एससीओ को आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरता से बिना समझौता किए लड़ना चाहिए.
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जयशंकर ने चीन से दुनिया को दिया सख्त संदेश (Photo:PTI)
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की परिषद (SCO-CFM) की बैठक में आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए पाकिस्तान को लताड़ लगाई है. इस बैठक में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार सहित अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्री मौजूद थे.
जयशंकर ने क्या कहा?
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है. इसके दोषियों को कटघारे में लाना अनिवार्य है. उन्होंने SCO देशों से अपील है कि वे आतंकवादियों को पनाह और समर्थन देने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करें और पीड़ित देशों को न्याय दिलाने में सहयोग करें.
उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में अप्रैल महीने में इसलिए आतंकवादी घटना को अंजाम दिया गया ताकि जानबूझकर प्रदेश की पर्यटन अर्थव्यवस्था को नुकसान जाए जा सके. साथ ही धार्मिक तनाव बढ़ाया जा सके. जयशंकर ने साफ कहा कि भारत ने जवाबी कार्रवाई की है और आगे भी करेगा.
उन्होंने UN सुरक्षा परिषद के बयान का हवाला देते हुए कहा कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाना जरूरी है.
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भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों में आतंकी ढांचों पर कार्रवाई का जिक्र करते हुए जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान की भूमिका पर भी इनडायरेक्टली सवाल उठाए. चीन द्वारा पाकिस्तान को दिए गए समर्थन और यूएन में पाकिस्तानी आतंकियों को बचाने की कोशिशों पर भारत की चिंता भी सामने आई.
विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान को विकास सहायता बढ़ाने, सदस्य देशों के बीच व्यापार व निवेश को बढ़ावा देने और ट्रांजिट सुविधाओं को मजबूत करने की अपील की. उन्होंने बैठक में भारत की ओर से कई नए प्रस्तावों और सहयोग पहलों की जानकारी भी दी.
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