दिल्ली पुलिस ने एक 26 वर्षीय महिला को साइबर अपराध के आरोप में गिरफ्तार किया है. उसने अपने पति पर अवैध संबंधों के शक की वजह से एक अन्य महिला की तस्वीरों का दुरुपयोग कर उसके नाम से फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बना डाला. इसके बाद उस अकाउंट से अपने पति की साइबर स्टॉकिंग शुरू कर दी. इस मामले में पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजा बंथिया ने बताया कि आरोपी महिला उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की निवासी है. वो वर्तमान में दिल्ली के नांगलोई में रह रही है. पूछताछ के दौरान आरोपी ने कबूल किया कि उसने यह कदम तब उठाया जब उसे पति के चरित्र पर शक हुआ. उसने बताया कि उनकी शादी 2023 में हुई थी. उसके पति ने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें उसे एक महिला नजर आई. पति उसको फॉलो करता था.
आरोपी को शक हुआ कि उसके पति का उस महिला के साथ अवैध संबंध है. अपने संदेह की पुष्टि करने के लिए आरोपी ने पहले अपने पति के अकाउंट से पीड़िता को मैसेज भेजे, लेकिन जब पीड़िता ने उसे ब्लॉक कर दिया, तो उसने खुद ही फर्जी अकाउंट बनाकर उसको स्टॉक करना शुरू कर दिया. वो जानना चाहती थी कि उसका पति उस अकाउंट के ज़रिए संपर्क करता है या नहीं.
आरोपी ने पीड़िता की तस्वीरें चुराकर फर्जी प्रोफाइल तैयार कर ली थी.
यहां तक कि आरोपी पीड़िता को बदनाम करने की कोशिश करने लगी. यह मामला तब सामने आया जब दिल्ली की रहने वाली 30 वर्षीय पीड़िता ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि कोई अज्ञात व्यक्ति उसके नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर सोशल मीडिया पर उसके दोस्तों और सहकर्मियों को मैसेज भेज रहा है. पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज करके तुरंत जांच शुरू कर दी. तकनीकी विश्लेषण और निगरानी की गई.
इस दौरान पता चला कि फर्जी अकाउंट से जुड़ा सिम कार्ड उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का है. इसके बाद लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस टीम नांगलोई पहुंची और आरोपी महिला को दबोच लिया. उसके पास से एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी बरामद किया गया है. इसका इस्तेमाल साइबर क्राइम में किया गया था. डीसीपी ने बताया कि महिला का पति इस फर्जी प्रोफाइल से अनजान था. जांच में उसका कोई सीधा संबंध नहीं मिला है.
फिलहाल इस मामले की विस्तृत जांच जारी है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं इस फर्जीवाड़े में और लोग तो शामिल नहीं हैं. इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि साइबर अपराध अब केवल आर्थिक धोखाधड़ी तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि व्यक्तिगत रिश्तों में शक और असुरक्षा भी अपराध का रूप ले सकते हैं. इस घटना के सामने आने के बाद आरोपी महिला का पति भी हैरान और परेशान है.