इजरायली हमले में ईरान के 2 और टॉप जनरलों की मौत, फोरडो न्यूक्लियर साइट को भी नुकसान

13 hours ago 1

ईरान ने पुष्टि की है कि उसके दो उच्च पदस्थ जनरल शनिवार को इजरायल के ताजा हमलों में मारे गए. मध्य पूर्व के इन दो सबसे बड़े विरोधियों के बीच शत्रुता काफी आगे बढ़ गई है. यह घटना शनिवार को तड़के हुई. ईरान ने इजरायल पर मिसाइल और रॉकेट से ताबड़तोड़ हमले किए, येरुशलम और इजरायल के अन्य हिस्सों में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं. हवाई हमलों की यह ताजा श्रृंखला इजरायल द्वारा ईरान के खिलाफ अब तक के सबसे बड़े हमले के एक दिन बाद आई है, जिसमें इजरायल ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया. इजरायल के सटीक हमलों में ईरानी सेना प्रमुख मोहम्मद बघेरी, रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ हुसैन सलामी समेत कम से कम 20 शीर्ष सैन्य कमांडरों की मौत हो गई.

इतना ही नहीं, इजरायल के हमले में ईरानी न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़े 6 शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों भी मारे गए. इस बीच, इजरायली सेना ने तेहरान पर हवाई हमलों का तीसरा दौर शुरू किया, जिसके तहत शहर के कई हिस्सों में विस्फोट होने की खबर है. ईरान की सरकारी मीडिया के अनुसार, आर्म्ड फोर्सेज जनरल स्टाफ के डिप्टी हेड ऑफ इंटेलिजेंस जनरल घोलमरेजा मेहराबी और डिप्टी हेड ऑफ ऑपरेशन जनरल मेहदी रब्बानी की मौत हो गई. ईरान की समाचार एजेंसी ISNA ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हाल के इजरायली हमलों के बाद फोरडो परमाणु संयंत्र को सीमित क्षति पहुंची है.

टाइम्स ऑफ इजरायल ने ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रवक्ता बेहरोज कमालवंदी के हवाले से कहा, 'फोरडो एनरिचमेंट साइट के कुछ क्षेत्रों में सीमित क्षति हुई है. हमने पहले ही उपकरणों और सामग्रियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हटा लिया है, और कोई व्यापक क्षति नहीं हुई है और रेडिएशन  की चिंता नहीं है.' 

ईरान और इजरायल के बीच जारी सैन्य टकराव में अब तक क्या हुआ...

1. ईरान ने इजरायली हमलों के जवाब में उसके खिलाफ 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस' शुरू किया है. ईरान ने शनिवार तड़के इजरायल पर मिसाइल और रॉकेट दागे, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और लगभग 34 अन्य घायल हो गए. ईरानी मिसाइलों ने इजरायल के आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने में सफल रहीं. वहीं ईरान के खिलाफ इजरायल ने शुक्रवार को 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन', शुरू किया था, जो शनिवार को भी जारी रहा. ईरान के अलग-अलग शहरों में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 78 लोग मारे गए और 320 से ज्यादा लोग घायल हो गए.

2. इजरायल ने तेहरान पर हमलों का एक और दौर शुरू कर दिया, जिसके बाद ईरानी राजधानी में कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मेहराबाद हवाई अड्डे पर दो प्रोजेक्टाइल दागे गए, जो ईरानी लीडरशिप साइट्स के पास स्थित है और यहां लड़ाकू विमानों और ट्रांसपोर्ट विमानों का बेस है. घटनास्थल पर आग की लपटें देखी गईं.

3. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि अभी और हमले होने वाले हैं, उन्होंने घोषणा की कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को समाप्त करने के इजरायल के प्रयास अभी तो शुरू हुए हैं. नेतन्याहू ने कहा कि यह हमला उस हत्यारे इस्लामी शासन के खिलाफ है जो ईरानी लोगों पर अत्याचार करता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस अभियान का उद्देश्य इजरायल के अस्तित्व के लिए उत्पन्न खतरे को खत्म करना है.

4. ईरान द्वारा इजरायल पर रॉकेटों की बौछार ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के एक टेलीविजन संबोधन के बाद हुई, जिसमें उन्होंने प्रतिज्ञा की थी, 'इस्लामिक गणराज्य की सशस्त्र सेनाएं इस दुष्ट दुश्मन पर भारी प्रहार करेंगी.' उन्होंने चेतावनी दी कि इजरायल के हमले के परिणाम इसे बर्बाद कर देंगे.

5. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने कहा कि वह इस हालिया तनाव में सीधे तौर पर शामिल नहीं था, हालांकि राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें सब कुछ पता था. अमेरिकी एयर डिफेंस सिस्टम्स इजरायल पर दागी गईं ईरानी मिसाइलों को रोकने में सहायता कर रहे थे. ट्रंप ने कहा, 'हमें सब कुछ पता था, और मैंने ईरान को अपमान और मौत से बचाने की कोशिश की. वे अब भी समझौता कर सकते हैं, अभी बहुत देर नहीं हुई है.'

6. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका ईरान से परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने का आग्रह कर रहा है. ट्रंप ने ईरान से अपने परमाणु कार्यक्रम पर समझौता करने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि अगर वह ऐसा करने में विफल रहा तो इजरायली हमले और भी क्रूर हो सकते हैं. ईरान ने शुक्रवार को कहा कि इजरायल के सैन्य हमले के बाद तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका के साथ बातचीत अर्थहीन है.

7. इजरायल ने कहा कि इस हमले की योजना नवंबर 2024 में ही बना ली गई थी, लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के खात्मे के कुछ समय बाद. मौजूदा ऑपरेशन में, इजरायल ने ईरान के प्रमुख परमाणु और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले किए और उसके कई शीर्ष जनरलों और वैज्ञानिकों को मार दिया. इन हमलों को अंजाम देने के लिए इजरायल ने पहले से ही ईरान में तस्करी करके लाए गए युद्धक विमानों और ड्रोनों को तैनात किया था. 

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