झांसी के मऊरानीपुर स्थित उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में एक ही कुर्सी को लेकर दो अधिकारियों के बीच विवाद खड़ा हो गया है. एक अधिकारी शासन से तैनात होकर दो माह का वेतन ले चुके हैं, जबकि दूसरे अधिकारी न्यायालय की शरण में हैं और खुद को अब भी पद पर कार्यरत मानते हैं, मामला अब कोर्ट में लंबित है.
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झांसी में दो अफसर, एक कुर्सी और एक टेबल पर विवाद (Photo: Screengrab)
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के मऊरानीपुर में उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी के पद को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. मामला इस कदर बढ़ चुका है कि एक ऑफिस में दो कुर्सियां और एक टेबल लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है.
दरअसल, वर्तमान में डॉ रमेश चन्द्र शाक्य इस पद पर कार्यरत हैं, जिन्हें शासन द्वारा 25 अप्रैल 2025 को नियुक्त किया गया था. वहीं, पहले इसी पद पर डॉ विनोद कुमार कार्यरत थे, जो 28 दिसंबर 2023 से 24 अप्रैल 2025 तक पद पर रहे.
दो कुर्सियां और एक टेबल को लेकर विवाद
डॉ रमेश का कहना है कि डॉ विनोद ने खुद के अनुरोध पर तबादला बलिया करवाया था और उन्हें शासन की तरफ से नियुक्त किया गया है. रमेश दो महीने का वेतन भी प्राप्त कर चुके हैं. उनका कहना है कि जब उनकी नियुक्ति हुई तो डॉ विनोद को रिलीव कर दिया गया, लेकिन उन्होंने बलिया में ज्वॉइन नहीं किया और कोर्ट चले गए.
वहीं, डॉ विनोद का कहना है कि उन्हें समय पर कार्यमुक्त नहीं किया गया, इसलिए वह हाईकोर्ट गए हैं. जब तक कोर्ट या उच्च अधिकारी आदेश नहीं देते, वह कार्यालय में रहकर काम करते रहेंगे.
ऑफिस की कुर्सी पर दो अधिकारियों की दावेदारी
अब यह तय करना न्यायालय का काम है कि कुर्सी पर असली अधिकारी कौन है. फिलहाल दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं और ऑफिस की कुर्सी सस्पेंस बनी हुई है.
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