ओमेगा-3 फैटी एसिड एक जरूर फैट है जिसे हमारी बॉडी खुद नहीं बनाती बल्कि इसे हमें डाइट के जरिए लेना पड़ता है. यह हमारे शरीर के लगभग हर सिस्टम पर अच्छा असर डालते हैं. ड्राई स्किन, कमजोर नाखून, बाल झड़ना, जोड़ों का दर्द, ब्रेन हेल्थ, मेमोरी, एलर्जी, कार्डियोवैस्कुलर प्रॉब्लम्स, और डिस्टर्बड मेंस्ट्रुअल साइकिल जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. आइए जानते हैं रोजाना ओमेगा-3 फैटी एसिड को डाइट में शामिल करने के फायदों के बारे में-
ब्रेन के लिए ओमेगा-3- आपके दिमाग का 50-60% हिस्सा ओमेगा-3 फैटी एसिड से बना होता है. कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि जो लोग अपनी डाइट में ज्यादा ओमेगा-3 लेते हैं, उनका दिमाग ज्यादा तेज रहता है. वे दिमाग से जुड़ी समस्याओं जैसे याददाश्त कमजोर होना, फोकस न कर पाना और अल्जाइमर की संभावना भी कम होती है. बच्चों के विकास के लिए ओमेगा-3 बहुत जरूरी है.
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद- ओमेगा-3 शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है. यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है और नसों में इंफ्लेमेशन को कम करके हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है. आजकल लोगों की लाइफस्टाइल जिस तरह की है उसमें हार्ट अटैका का खतरा काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है, इसलिए हार्ट हेल्थ के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड बहुत जरूरी माना जाता है.
इंफ्लेमेशन और ज्वॉइंट हेल्थ में फायदेमंद- ओमेगा-3 एक नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है जो ज्वॉइंट्स में इंफ्लेमेशन और दर्द को कम करने में मदद करता है. ये घुटनों की अकड़न और दर्द को कम करता है. इसे रोजाना खाने से ज्वॉइंट्स में चिकनाई बढ़ती है. जिससे मूवमेंट में आसानी होती है.
स्किन और आंखों के लिए- ओमेगा-3 आंखों की बीमारियों जैसे मैक्यूलर डिजनरेशन और मोतियाबिंद के खतरे को कम करता है. प्रेगनेंसी के दौरान इसकी कमी से बच्चे के दिमाग और आंखों के विकास पर भी असर पड़ सकता है.
ओमेगा-3 कैसे लें- मछली के तेल को ओमेगा-3 फैटी एसिड का काफी अच्छा सोर्स माना जाता है. सैल्मन, टूना, मैकरील, सिंघाड़ा और रोहू जैसी मछलियां EPA और DHA के रूप में ओमेगा-3 फैटी एसिड देती हैं. इसके लिए हफ्ते में कम से कम 2 बार मछली जरूर खाएं.