पुतिन की सेना ने नाटो के सदस्य देश पर हमला कर दिया है. बीती रात रूस की सेना ने 415 ड्रोन और 40 से ज्यादा मिसाइलों से पोलैंड पर हवाई हमला किया. ये पहली बार है जब रूस की सेना ने यूक्रेन के साथ-साथ नाटो में शामिल मुल्क को निशाना बनाया है. पोलैंड का आरोप है कि बीती रात पुतिन की सेना ने हवाई हमला किया. यानी पुतिन ने नाटो और अमेरिका को बता दिया है कि रूस की सेना अभी रुकने वाली नहीं. दरअसल रूस के हमले के बाद पोलैंड को अपने कई हवाई अड्डों को बंद करना पड़ा.
खबरों के मुताबिक रूस के ड्रोन हमले को देखते हुए पोलैंड को अपने लड़ाकू विमानों को मोर्चा संभालने के लिए भेजना पड़ा. यही नहीं आननफानन में नाटो के लड़ाकू विमानों को पोलैंड के एयरस्पेस में तैनात किया गया. दावे के मुताबिक रूस के कई ड्रोन को मार गिराया गया, जबकि कुछ ड्रोन को रोकने में नाकाम रहे. पोलैंड की सेना ने अपने एयरस्पेस की सुरक्षा के लिए नाटो एयर कमांड और नीदरलैंड को धन्यवाद कहा है.
पोलैंड के पीएम का बयान
रूस के हमले के बाद पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने दावा किया पोलैंड की हवाई सीमा का कई बार उल्लंघन होने के बाद सैन्य अभियान चलाया जा रहा है. मेरे पास यह दावा करने का कोई कारण नहीं है कि हम युद्ध के कगार पर हैं, लेकिन एक सीमा पार हो चुकी है और ये पहले से कहीं अधिक खतरनाक है. ये स्थिति हमें द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से खुले संघर्ष के सबसे करीब ले आई है. पोलैंड की सेना ने रात भर में देश के हवाई क्षेत्र में 19 बार ड्रोन घुसने से जुड़ी घटनाएं दर्ज कीं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ट्रंप जेलेंस्की मानते हैं कि पोलैंड पर हमला करके रूस ने अपने इरादे बता दिए हैं, अब रूस की नजर पूरे यूरोप पर है. आज एक और बढ़त हुई है. रूसी-ईरानी 'शाहेद' ड्रोन पोलैंड के हवाई क्षेत्र, यानी नाटो के हवाई क्षेत्र में उड़ते पाए गए.ये सिर्फ़ एक शाहेद ड्रोन नहीं था, जिसे ग़लती माना जा सके, बल्कि कम से कम आठ ड्रोन पोलैंड की ओर भेजे गए थे.
फ्रांस ने किया खुली जंग का ऐलान
फ्रांस ने तो रूस के खिलाफ खुली जंग का ऐलान कर दिया है. ऐलान ये कि अब नाटो मुल्क रूस पर पलटवार करने के लिए तैयार है. यूक्रेन पर रूसी हमले के दौरान रूसी ड्रोन का पोलैंड के एयरस्पेस में घुसना बिल्कुल अस्वीकार्य है. मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. मैं रूस से इस आक्रामकता को समाप्त करने का आह्वान करता हूं. मैं पोलैंड के लोगों और उनकी सरकार के प्रति अपनी पूरी एकजुटता दोहराता हूं. मैं जल्द ही नाटो महासचिव मार्क रूटे से बात करूंगा. हम सहयोगियों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं करेंगे. वही यूरोपियन यूनियन ने पोलैंड पर रूस के हमले को नाटो पर सीधा हमला बताया है. हमने युद्ध शुरू होने के बाद से रूस द्वारा यूरोपीय हवाई क्षेत्र का सबसे गंभीर उल्लंघन देखा है, और संकेत बताते हैं कि यह जानबूझकर किया गया था, न कि गलती से.
क्या पोलैंड का बदला रूस से लेगा नाटो?
पोलैंड पर रूस का हमला खतरनाक है, क्योंकि पोलैंड नाटो सदस्य है और नाटो के आर्टिकल-5 के मुताबिक अगर किसी भी नाटो देश पर हमला होता है तो सभी नाटो देश पर हमला माना जाएगा. इसीलिए इस विश्वयुद्ध भड़कने की आशंका काफी ज्यादा बन गई है. पोलैंड ने अपने नागरिकों से घर पर रहने का आग्रह किया है. ऐसे में रूस के इस हमले को तृतीय विश्व युद्ध को उकसाने वाला माना जा रहा है. सबकी नजर नाटो के अहम मुल्क अमेरिका पर है. पोलैंड के प्रधानमंत्री ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की है. पोलैंड ने नाटो के आर्टिकल-4 के तहत एक अहम बैठक बुलाई है.
NATO की मीटिंग में तय होगा पलटवार का एजेंडा
रूस के हमले को पोलैंड ने नाटो पर हमला करार दिया है. अब आर्टिकल-4 के तहत नाटो के सभी मुल्क मीटिंग करेंगे, मीटिंग में तय होगा कि रूस का ड्रोन हमला नाटो पर हमला था या नहीं. रूस का हमला नाटो मुल्क की सुरक्षा के लिए खतरा है या नहीं. अगर किया गया हमला सुरक्षा के लिए खतरा है तो मीटिंग में तय होगा कि पोलैंड पर रूस के हमले का पलटवार कैसे होगा, यानी रूस पर नोटो सेना को हमला करना चाहिए या नहीं.
वहीं दूसरी तरफ पोलैंड पर हवाई हमले को लेकर रूस की प्रतिक्रिया आई है. रूस की तरफ से कहा गया है कि यूरोपियन यूनियन और नाटो की तरफ से रूस पर बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है. लेकिन ये बात सच है कि रूस के खुफिया विभाग के प्रमुख पोलैंड पर हमले की धमकी दे चुके हैं.
बताते चलें कि पोलैंड और एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया जैसे बाल्टिक देश नाटो के सदस्य हैं. और रूस की पश्चिमी सीमा से सटे हुए हैं, बीते कुछ सालों में इन देशों ने रूस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और यूक्रेन को समर्थन देने में भी सबसे आगे हैं. रूस इन्हें नाटो की अग्रिम चौकियां मानता है. यही वजह है कि चंद दिन पहले पुतिन ने नाटो को यूक्रेन युद्ध से दूर रहने की धमकी दी थी.
ट्रंप के बयान पर निगाहें
पोलैंड पर हवाई हमले को लेकर रूस की तरफ से स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है. लेकिन नाटो मुल्कों की तरफ से रूस के हमले का जवाब देने की रणनीति बनाई जा रही है. पोलैंड ने बेलारूस से सटी सीमा को बंद कर दिया है. ऐसे में हमले के बाद पोलैंड यही चाहता है कि रूस के खिलाफ नाटो मुल्क की तरफ से बड़ी कार्रवाई की जाए. लेकिन नाटो का अगला कदम क्या होगा, ये अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया के बाद साफ होगा. क्योंकि अभी इस मुद्दे पर टिप्पणी देने से ट्रंप ने मना कर दिया. यानी अगले 72 घंटों में कुछ बड़ा हो सकता है.
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