उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बीजेपी नेता रणधीर सिंह यादव की बेरहमी से हत्या का मामला हर दिन नए मोड़ ले रहा है. हफ्ते भर से ज्यादा का टाइम बीत जाने के बाद भी पुलिस रणधीर का मोबाइल बरामद नहीं कर सकी है, जिसने इस हत्याकांड की गुत्थी को और उलझा दिया है. मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी राम सिंह यादव को गिरफ्तार किया है, जिससे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
राम सिंह ने पुलिस को बताया कि रणधीर की हत्या के बाद, उसके मोबाइल फोन को आरोपी डॉ. उदय अपने साथ ले गया था. उदय वही शख्स है जिसकी पत्नी के साथ कथित तौर पर रणधीर के अवैध संबंध थे. उदय रणधीर के मोबाइल में अपनी पत्नी की अंतरंग तस्वीरें देखने के बाद आक्रोशित हो उठा और इस खूनी वारदात को साथियों संग मिलकर अंजाम दे डाला.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राम सिंह ने बताया कि हत्या के बाद जब सभी आरोपी स्कॉर्पियो में थे, तब उदय की नजर रणधीर के मोबाइल पर पड़ी. उसने मोबाइल उठाकर देखा तो वह लॉक था. इसके बाद उसने लाश की उंगली के फिंगर प्रिंट से मोबाइल को अनलॉक किया. मोबाइल खुलते ही जो सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया. मोबाइल की गैलरी में उदय को अपनी पत्नी की कई तस्वीरें रणधीर के साथ मिलीं. यह देखकर उदय का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उसने रणधीर की लाश को रेलवे ट्रैक पर रखवा दिया. क्योंकि, उदय रणधीर की लाश को पूरी तरह से खत्म कर देना चाहता था, ताकि कोई सबूत न बचे.
प्रयागराज पुलिस अभी भी डॉ. उदय और उसकी पत्नी की तलाश कर रही है. मामले में अबतक पुलिस तीन लोगों को गिरफ्तार चुकी है. पुलिस का मानना है कि रणधीर का मोबाइल बरामद होने के बाद ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी. फिलहाल, पुलिस इस हत्याकांड के पीछे राजनीतिक और व्यक्तिगत दोनों तरह के कारणों की जांच कर रही है.
पुलिस की जांच में पता चला है कि 22 अगस्त की रात रणधीर को शराब पिलाकर रामसिंह, उदय यादव, विजय यादव, सुजीत श्रीवास्तव, जय यादव और रवि पासी ने मिलकर उनकी गला दबाकर हत्या कर दी थी. चेहरे को पत्थर से कूंच दिया गया था, फिर शव को रेलवे पटरी पर रख दिया था. वहीं, रणधीर की स्कॉर्पियो को चित्रकूट के जंगल में छोड़ दिया था.
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