चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को कहा कि अमेरिका की तरफ से लगाए गए टैरिफ ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों को कमजोर कर दिया है. उन्होंने BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों से अपील की कि वे मिलकर इन चुनौतियों का सामना करें.
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा की अगुवाई में आयोजित BRICS नेताओं की बैठक को वीडियो लिंक के जरिए संबोधित करते हुए शी जिनपिंग ने कहा, 'आज की दुनिया में सौ साल में न देखे गए बड़े बदलाव तेजी से हो रहे हैं. कुछ देश जो व्यापारिक और टैरिफ युद्ध छेड़ रहे हैं, वे वैश्विक अर्थव्यवस्था को बाधित कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों को कमजोर कर रहे हैं.' हालांकि उन्होंने सीधे अमेरिका या राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम नहीं लिया.
'BRICS देशों को मिलजुलकर काम करना चाहिए'
शी जिनपिंग ने कहा कि इस समय BRICS देशों को मिलजुलकर काम करना चाहिए, एक-दूसरे के लिए खुला और सहयोगी रहना चाहिए, ताकि अंतरराष्ट्रीय व्यापार और नियमों की रक्षा हो सके और आपसी साझेदारी और मजबूत बने.
उन्होंने जोर देकर कहा कि BRICS देशों को अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अधिक लोकतंत्र को बढ़ावा देना चाहिए और ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज और प्रतिनिधित्व को मजबूत करना चाहिए. साथ ही, वैश्विक शासन प्रणाली में सुधार कर संसाधनों का बेहतर उपयोग करने और मानवता के सामने मौजूद चुनौतियों से निपटने की बात भी कही.
'हम जितना अधिक एकजुट होंगे, उतना मजबूत होंगे'
शी जिनपिंग ने हाल ही में तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में पेश किए गए अपने ग्लोबल गवर्नेंस इनिशिएटिव (GGI) का भी जिक्र किया और कहा कि इसका मकसद अमेरिकी दबदबे के खिलाफ न्यायपूर्ण और समान वैश्विक शासन प्रणाली सुनिश्चित करना है.
शी जिनपिंग ने कहा कि BRICS देश दुनिया की लगभग आधी आबादी, 30 फीसदी वैश्विक आर्थिक उत्पादन और 20 फीसदी वैश्विक व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं. ये देश प्राकृतिक संसाधनों, बड़े उद्योगों और विशालकाय बाजारों के भी मालिक हैं. उन्होंने कहा, 'हम जितना अधिक एकजुट होकर काम करेंगे, उतनी ही हमारी क्षमता बाहरी चुनौतियों का मुकाबला करने में मजबूत होगी.'
'अपनी ताकतों का इस्तेमाल करें BRICS देश'
उन्होंने BRICS देशों से आह्वान किया कि वे अपनी ताकतों का इस्तेमाल करें, व्यावहारिक सहयोग गहरा करें और व्यापार, वित्त, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में और प्रोडक्टिव बनें. जिनपिंग ने कहा, 'अगर हम अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं और एक-दूसरे का ख्याल रखें तो BRICS का विशालकाय जहाज अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के उतार-चढ़ाव का सामना करता हुआ और मजबूती से आगे बढ़ेगा.'
---- समाप्त ----