लखनऊ में एसटीएफ ने फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला सॉफ्टवेयर बेचने वाले जयवीर गंगवार को बरेली से गिरफ्तार किया है. आरोपी ने उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात समेत कई राज्यों में 2000 से अधिक लोगों को यह सॉफ्टवेयर बेचा. आरोपी फेसबुक और व्हाट्सएप पर विज्ञापन करता था. उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल, 4 एटीएम कार्ड और कई फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए हैं.
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1500 रुपये में बेचकर लोगों से ठगी करता था.(Photo: Ashish Shrivastava/ITG)
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लखनऊ में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला सॉफ्टवेयर बेचने वाले एजेंट जयवीर गंगवार को गिरफ्तार किया है. आरोपी को बरेली जिले से पकड़ा गया. पुलिस जांच में सामने आया कि जयवीर गंगवार ने उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात समेत कई राज्यों में 2 हजार से अधिक लोगों को यह फर्जी सॉफ्टवेयर बेचा.
जानकारी के मुताबिक, आरोपी फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिए फर्जी सॉफ्टवेयर का विज्ञापन करता था. लोगों को आईडी और पासवर्ड देकर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने की सुविधा देता था. आरोपी इसे 1500 रुपये में बेचकर लोगों से ठगी करता था. पुलिस ने आरोपी के पास से चार एटीएम कार्ड, लैपटॉप, कई फर्जी आधार कार्ड और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.
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इससे स्पष्ट होता है कि आरोपी लंबे समय से इस तरह की धोखाधड़ी में संलिप्त था. एसटीएफ ने बताया कि जयवीर गंगवार की यह गतिविधि केवल फर्जी सॉफ्टवेयर तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसके जरिए लोगों की व्यक्तिगत जानकारी चुराकर ठगी करने का खेल चलाया जा रहा था. आरोपी पर अब कई राज्यों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए जाएंगे.
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध सॉफ्टवेयर को डाउनलोड न करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें. इस गिरफ्तारी से फर्जी आधार कार्ड सॉफ्टवेयर के जाल पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी.
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