उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद से पुलिस की बर्बरता का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि बकरी चोरी के शक में पुलिस ने एक पिता-पुत्र को न सिर्फ थाने बुलाया बल्कि उन्हें पट्टे से जमकर पीटा और बाद में एक लाख रुपये लेकर शांति भंग की धारा में चालान कर छोड़ा.
यह पूरा मामला जगदीशपुर थाना क्षेत्र के हुसैनगंज गांव का है. यहां के रहने वाले नौशाद और उनके बेटे को जामो थाने की पुलिस बिना किसी शिकायत के उठाकर थाने ले गई. वहां उन पर बकरी चोरी का झूठा आरोप लगाया गया और दोनों की पट्टे से पिटाई की गई. पीड़ित के अनुसार, गंभीर चोटें लगने के बावजूद पुलिस ने पैसे की मांग की.
थाने में बुलाकर पिता-पुत्र को पीटा
पीड़ित नौशाद का आरोप है कि ग्राम प्रधान उमापति तिवारी के जरिए पुलिस को एक लाख रुपये दिए गए, तब जाकर उन्हें शांति भंग में चालान कर छोड़ा गया. इससे पहले भी एसओजी प्रभारी ने इनकाउंटर की धमकी देकर सवा लाख रुपये लिए थे.
पुलिस ने आरोपों को खारिज किया
इसके अलावा नौशाद ने बताया कि पुलिस अब भी फोन कर रही है और थाने बुलाने का दबाव बना रही है. वो पुलिस अधीक्षक से मिलकर शिकायत दर्ज करा चुके हैं और अब खुदकुशी करने की नौबत आ गई है. थाना प्रभारी विनोद सिंह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पैसे न देने का शपथ पत्र हमारे पास है और चोट कैसे लगी, इसकी जानकारी नहीं है.
---- समाप्त ----