मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे से ठीक एक दिन पहले बहराइच के कतर्नियाघाट वाइल्डलाइफ क्षेत्र में लक्कड़शाह बाबा सहित चार मजारों पर वन विभाग का बुलडोजर चला है. वन कानूनों के उल्लंघन और अतिक्रमण के आरोप में हुई इस कार्रवाई ने क्षेत्र में हलचल मचा दी है. डीएफओ ने इसे कानूनी प्रक्रिया बताया. इस कार्रवाई के तहत लक्कड़शाह बाबा, चमनशाह, भंवरशाह और शहंशाह की मजारें ढहाई गई हैं
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बहराइच में चार अवैध मजारों को ध्वस्त किया गया
यूपी के बहराइच में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन से एक दिन पहले वन विभाग ने बड़ी कार्यवाही करते हुए कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ क्षेत्र के मुर्तिहा रेंज में चार मजारों को अतिक्रमण घोषित कर ध्वस्त कर दिया. इनमें लक्कड़शाह बाबा की मजार भी शामिल है, जहां सालों से मेला भी लगता रहा है.
वन विभाग के डीएफओ बी शिवशंकर के अनुसार, यह कार्रवाई इंडियन फॉरेस्ट एक्ट 1927 और वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 की धाराओं के तहत की गई है. इन धाराओं के तहत डीएफओ को वन क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कानूनी शक्ति प्राप्त है. उन्होंने बताया कि इन मजारों की जांच के दौरान आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत न किए जाने और कानूनों का उल्लंघन पाए जाने पर कार्रवाई की गई है.
डीएफओ ने बताया कि इन मजारों को संचालित करने वाली वक्फ संस्था का पंजीकरण 1986 में हुआ था, जबकि फॉरेस्ट कंजर्वेशन एक्ट 1980 के तहत वन भूमि को गैर-वानिकी कार्य के लिए उपयोग में लाने के लिए भारत सरकार से अनुमति लेना आवश्यक होता है, लेकिन मजार संचालकों द्वारा इस संबंध में कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया गया था.
चार मजारों पर चला बुलडोजर
इस कार्रवाई के तहत लक्कड़शाह बाबा, चमनशाह, भंवरशाह और शहंशाह की मजारें ढहाई गई हैं. यह क्षेत्र नेपाल सीमा से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिए सरकार ने विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं. इसी क्रम में यह कदम उठाया गया है.
वन विभाग ने बताया कि मुर्तिहा रेंज के जंगल क्षेत्र में कुल 186 अवैध अतिक्रमणों की पहचान की गई है और सभी को नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने के लिए चेताया गया है. गौरतलब है कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच दौरे पर आ रहे हैं, जहां वो महाराजा सुहेलदेव स्मारक का लोकार्पण करेंगे और उनकी कांस्य प्रतिमा का अनावरण भी किया जाएगा.