उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके पति को हिरासत में लिया था. लेकिन अब एक युवक के हाथ में बने टैटू ने महिला के असली कातिल का खुलासा कर दिया है. दरअसल, कानपुर के चौबेपुर में रहने वाला संजय एक रेस्टोरेंट में काम करता था. घर में उसकी पत्नी और तीन बच्चे थे. बीते शनिवार की रात को संजय 1:00 बजे खाना लेकर घर पहुंचा तो पत्नी सो रही है. उसने भी खाना रखा और सो गया. सुबह संजय की पत्नी बीनू की बॉडी बगल के प्लांट में पड़ी थी और उसका गला कटा था.
परिवार ने लगाया था पति पर आरोप
पड़ोसी ने संजय को आवाज दी तो संजय आकर चिल्लाने लगा कि मेरी पत्नी की किसी ने हत्या कर दी. इसके बाद पुलिस मौके पर आई और बीनू के परिवार वाले भी मौके पर आए. पत्नी और पति में रोज झगड़ा होता था इसलिए पत्नी की मां ने सीधे-सीधे पति संजय पर हत्या का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी. इसके अलावा महिला के बड़े बेटे ने बताया कि मैंने पापा से कहा था मम्मी बिस्तर पर नहीं है तो पापा बोले सो जाओ आ जाएगी. इससे पुलिस को लगा कि संजय इसमें दोषी है. पुलिस ने संजय को हिरासत में ले लिया लेकिन एसीपी अमरनाथ यादव को एक चीज खटक रही थी कि पत्नी बीनू की हत्या हुई तो हत्यारा उसका मोबाइल कहां ले गया. मोबाइल मौके पर नहीं मिला था पुलिस ने मोबाइल की डीटेल निकलवाई तो पता चला आखिरी कल किसी अनुज नाम के व्यक्ति ने 6 किलोमीटर दूर दूसरे गांव से की थी.
हत्यारे प्रेमी ने हाथ पर गुदवाया था नाम
हकीकत यह भी है कि रात में मोबाइल की लोकेशन इस गांव के पास बंद हुई थी. उसके पहले हत्या हो चुकी थी. पुलिस ने आखिरी कॉल करने वाले अनुज को उठाकर जब पूछताछ शुरू की तो अचानक उसके हाथ में एक टैटू देखकर पुलिस की सोच बदल गई क्योंकि उसके हाथ में जो टैटू था उसमें बीनू के साथ उसका नाम अनुज लिखा हुआ था. उससे पूछताछ शुरू की तो कुछ ही देर में वह टूट गया. उसने कहा मैं उसको बहुत प्यार करता था. मैं उसका सारा खर्चा उठता था. मैंने उसे पत्नी मान लिया था इसलिए उसका नाम अपने साथ अपने हाथ में लिखवाया था लेकिन इधर कुछ दिनों से मैं देखा कि वह कुछ और लड़कों से बात कर रही थी.
'मुझपर भड़क गई तो मैंने उसकी हत्या कर दी'
एक अन्य लड़के ने उसके साथ अपनी स्टेटस पर फोटो लगाई थी. यह देखकर मैंने जब उस रात में बातचीत शुरू की. पति के आने के बाद मैंने उसको फोन करके छत पर बुलाया था. वह दरवाजा खोलकर मुझे छत पर ले गई थी. उसका पति सो रहा था. छत पर आते ही वह मुझपर भड़क गई तो मैंने उसकी हत्या कर दी. मैंने बॉडी को प्लांट में फेंक दिया. इसके बाद मैं उसका फोन लेकर चला आया. गांव के पास आकर मैंने उसका फोन ऑफ कर दिया था.
डीसीपी दिनेश त्रिपाठी का कहना है की हत्या अनुज ने की थी. परिवार वालों की शिकायत पर पत्नी के पति संजय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी. उसको हिरासत में लिया गया था लेकिन वह पुलिस को बता रहा था कि मैं कोई हत्या नहीं कि आप जांच कर लीजिए. उसके कॉन्फिडेंस से पुलिस भी सोचने को मजबूर थी. फिर हमने मोबाइल की जांच शुरू की और मोबाइल की लोकेशन उसकी आखिरी काल के सहारे हम प्रेमी अनुज के पास पहुंचे और उसने हत्या का कबूल नामाकर लिया. हमने उसको गिरफ्तार कर लिया.