छत्तीसगढ़ के कांकेर से हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक भालू के बेहद नज़दीक जाकर उसे कोल्ड ड्रिंक देता है. इस मामले को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा करना न केवल युवक के लिए, बल्कि भालू के लिए भी खतरनाक है, क्योंकि जंगली जानवर कभी भी हिंसक हो सकते हैं. वहीं मानव द्वारा दी गई चीजें जंगली जानवरों के लिए खतरनाक हो सकती हैं.
X
युवक ने भालू को पिलाई कोल्ड ड्रिंक. (Photo: Screengrab)
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक हैरान करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक जंगली भालू के बेहद नजदीक जाकर उसे कोल्ड ड्रिंक देता दिखाई दे रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि भालू सीधे युवक के सामने खड़ा है और कोल्ड ड्रिंक पी रहा है. यह नजारा देखने में मनोरंजक लग सकता है, लेकिन वन्य जीवन विशेषज्ञों और अधिकारियों के मुताबिक यह बेहद खतरनाक और असुरक्षित है.
कांकेर सहित छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में जंगली जानवरों के आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचना कोई नई बात नहीं है. अक्सर भालू, तेंदुए और अन्य जंगली जानवर गांवों और आबादी वाले क्षेत्रों में नजर आते हैं. लेकिन अब लोग रील और सोशल मीडिया के चक्कर में अपने और वन्य प्राणियों दोनों की जान जोखिम में डाल रहे हैं.
यहां देखें Video
इस वीडियो में युवक का भालू के इतने नजदीक जाना बेहद खतरनाक साबित हो सकता था. जानकारों का कहना है कि भालू एक हिंसक जानवर है और कभी भी हमला कर सकता है. यदि भालू अचानक हमला करता, तो युवक को बचने का समय भी नहीं मिलता. वहीं, भालू को कोल्ड ड्रिंक पिलाना उसके स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है. जंगली जानवर इस तरह की चीजों के आदी नहीं होते और उन्हें मानव खाद्य पदार्थ नुकसान पहुंचा सकते हैं.
यह भी पढ़ें: साइकिल से जा रहा था 20 साल का युवक, जंगल में भालू ने हमला कर मार डाला, गहरी खाई में मिला शव
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. वन विभाग की टीम इस तरह की घटनाओं को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है. वन्य जीवन विशेषज्ञ लोगों को सतर्क करते हुए कहते हैं कि जंगली जानवरों के साथ खिलवाड़ करना, उन्हें मनुष्यों के खाद्य पदार्थ देना और उनके प्राकृतिक व्यवहार में हस्तक्षेप करना खतरे से खाली नहीं है. कांकेर जिले के लोगों से अपील की जा रही है कि वे जंगली जानवरों को परेशान न करें और सोशल मीडिया के लिए रिस्क न लें.
---- समाप्त ----
रिपोर्ट: गौरव श्रीवास्तव