ये 5 आसान वास्तु टिप्स खोलेंगे भाग्य के द्वार, घर में हमेशा बनी रहेगी खुशहाली

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हर कोई चाहता है कि उसका घर सुख, शांति और समृद्धि से भरा हो. लेकिन कभी-कभी वास्तु दोष की वजह से हमारे जीवन में परेशानियां, तनाव और असंतुलन बढ़ता ही जाता है. ये दोष छोटे-छोटे संकेतों के रूप में सामने आते हैं. जैसे काम में बाधा, घर में मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह या स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां. वास्तु नियमों का पालन करके हम न केवल अपने घर की सकारात्मकता बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपने जीवन में खुशहाली, शांति और संतुलन भी ला सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसे कुछ सरल और असरदार उपाय, जिन्हें अपनाकर घर की खुशहाली को कायम रखा जा सकता है.

मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा
घर के मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा लगाना वास्तु शास्त्र में बेहद लाभकारी माना जाता है. यह न केवल घर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा और वास्तु दोषों को दूर करने में भी मदद करता है. तुलसी को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. यह नकारात्मक शक्तियों को दूर रखता है और घर में प्रेम, सामंजस्य और समृद्धि को आकर्षित करता है. तुलसी को हमेशा पूर्व दिशा में रखना चाहिए.

सोने की दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, सोने की दिशा का हमारे जीवन और स्वास्थ्य पर बहुत असर पड़ता है. उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोना उचित नहीं माना जाता. ऐसा करने से नींद में बाधा, मानसिक तनाव, थकान और कभी-कभी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं. उत्तर दिशा को धरती का ध्रुवीय क्षेत्र माना जाता है और यह स्थिर और भारी ऊर्जा रखता है. जब हमारा सिर उत्तर की ओर होता है, तो शरीर की ऊर्जा और पृथ्वी की ऊर्जा में टकराव होने की संभावना बढ़ जाती है. इसका असर हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. इसकी बजाय सिर को दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर करके सोना वास्तु के अनुसार फायदेमंद माना जाता है.

खिड़कियों की दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की खिड़कियों की दिशा भी घर की सकारात्मक ऊर्जा और परिवार की खुशहाली पर बड़ा असर डालती है. कहा जाता है कि खिड़कियां मुख्य रूप से दक्षिण और पश्चिम दिशा में हों तो यह लाभकारी माना जाता है. 

दक्षिण दिशा की खिड़कियां घर में समृद्धि और सुरक्षा लाने में मदद करती हैं. यह गर्मी और प्रकाश को नियंत्रित करती हैं और घर के वातावरण में स्थिरता बनाए रखती हैं. वहीं, पश्चिम दिशा की खिड़कियां घर में स्थायी धन और सफलता के लिए शुभ मानी जाती हैं. यह दिशा सूर्यास्त की ऊर्जा को अंदर आने देती है, जिससे घर में सकारात्मकता और संतुलन बढ़ता है. 

घड़ी की दिशा

पश्चिम और उत्तर दिशा में घड़ी लगाना अत्यंत लाभकारी माना जाता है. घड़ी समय का प्रतीक होती है और इसे सही दिशा में लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है. उत्तर दिशा में घड़ी लगाने से घर के सदस्यों के जीवन में समय का सही उपयोग होता है, वित्तीय स्थिति मजबूत होती है और मन में अनुशासन और स्थिरता आती है. 

वहीं, पश्चिम दिशा में घड़ी लगाने से घर में संतुलन और व्यवस्था बनी रहती है. यह दिशा परिवार में स्थिरता और सुख-शांति लाने में मदद करती है. पश्चिम दिशा में लगी घड़ी नकारात्मक ऊर्जा को कम करती है और घर के वातावरण को सुखद बनाती है. 

फर्नीचर की सही दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर और ऑफिस में फर्नीचर की सही दिशा और स्थान भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह घर की ऊर्जा, समृद्धि और परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है. दक्षिण- पश्चिम दिशा में फर्नीचर रखना सबसे लाभकारी माना जाता है. दक्षिण- पश्चिम दिशा स्थिरता और सुरक्षा का प्रतीक मानी जाती है.  भारी फर्नीचर जैसे अलमारी, सोफा या पलंग दक्षिण दिशा में रखने से घर में संतुलन और स्थिरता बनी रहती है. इससे घर के सदस्यों के जीवन में मानसिक और वित्तीय स्थिरता आती है और घर का माहौल शांत रहता है. 

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