वजन घटाने का मतलब भूखा रहना नहीं, अमिताभ और रणबीर के ट्रेनर ने बताया

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आजकल के दौर में जितनी तेजी से लोगों का वजन बढ़ रहा है, उससे ज्यादा तेजी से उसे घटाने के तरीके बाजार में मौजूद हैं. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आदर्श वजन जरूरी होता है. अगर आपका वजन ज्यादा है तो इसे सही तरीके से कम करना और मेंटेन करना चाहिए.

किसी को भी वेट लॉस के लिए आंखें बंद कर कोई ट्रेंड फॉलो नहीं करना चाहिए बल्कि इसके पीछे के असली विज्ञान को जानना चाहिए. सेलिब्रिटी फिटनेस कोच शिवोहाम भट्ट ने 3 ऐसे मिथकों का खंडन किया है जो अक्सर हर किसी के सामने उनकी वेट लॉस जर्नी में सामने आते हैं.

सेलिब्रिटी फिटनेस कोच शिवोहाम, जिन्होंने अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर, जैकलीन फर्नांडीज और आमिर खान जैसी बड़े सेलिब्रिटीज को ट्रेन किया है, उन्होंने 15 अक्टूबर को इंस्टाग्राम पर शेयर की गई अपनी एक पोस्ट में उन मिथकों को तोड़ा और बिना किसी प्रचार या सनक में पड़े हेल्दी तरीके से वजन घटाने के टिप्स भी दिए.

मिथक 1 - वजन घटाने के लिए खुद को भूखा रखना सही नहीं
शिवोहाम के अनुसार, भूखा रहने से वजन कम नहीं होता. इससे सिर्फ मेटाबॉलिज्म धीमा होता है और नतीजतन शरीर चर्बी की बजाय मांसपेशियों को जलाने लगता है. वो बताते हैं कि ज्यादातर लोग सोचते हैं कि कम खाना और ज्यादा व्यायाम करना चर्बी घटाने का सबसे बड़ा हथियार है.

इसलिए वो कैलोरी की अत्यधिक कमी कर देते हैं. असल में होता क्या है कि इससे शरीर सर्वाइवल मोड में चला जाता है. सिर्फ चर्बी जलाने के बजाय वो ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करने के लिए मांसपेशियों के टिश्यूज को तोड़ना शुरू कर देता है.

वो आगे कहते हैं कि मांसपेशियों का कम होना मेटाबॉलिज्म को धीमा करना है क्योंकि मांसपेशियां वास्तव में एक्टिव टिश्यूज होती हैं जो आराम की स्थिति में भी कैलोरी को जलाती हैं. तो जब आप खुद को भूखा रखते हैं तो इससे वजन तो कम हो जाता है लेकिन आपका शरीर कमजोर हो जाता है और शरीर पर दोबारा चर्बी बढ़ने का ज्यादा खतरा बन जाता है.

असली चर्बी घटाने का मतलब कम खाना नहीं है बल्कि सही खानपान है जिससे मसल्स सुरक्षित रहती हैं और वजन भी कंट्रोल में रहता है. इसलिए सिर्फ वजन घटाने पर फोकस के बजाय ओवरऑल हेल्थ को बेहतर करने के लिए पर्याप्त प्रोटीन लेने लें और क्रैश डाइट के चक्कर में ना पड़ें.

मिथक 2 - सिर्फ कार्डियो नहीं मददगार
फिटनेस ट्रेनर शिवाहोम बताते हैं कि कसरत के दौरान कैलोरी बर्न करने के लिए कार्डियो प्रभावी तो है लेकिन व्यायाम बंद करते ही कैलोरी बर्न होना लगभग तुरंत बंद हो जाता है. हालांकि वेट ट्रेनिंग अलग है क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म को बदल देती है.

वो बताते हैं कि जब आप वजन उठाते हैं तो आप मसल्स बनाते हैं. मसल्स आपके आराम करने के मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाती हैं जिसका मतलब है कि आपका शरीर पूरे दिन ज्यादा कैलोरी बर्न करता है. यहां तक कि जब आप सो रहे होते हैं तब भी.

मिथक 3 - वजन घटाने वाले सप्लिमेंट और प्रेरणा काफी नहीं
शिवोहाम इस बात पर जोर देते हैं कि डिसिप्लिन ताकतवर है लेकिन सिर्फ प्रेरणा और इच्छाशक्ति पर निर्भर रहना मिथक है. ज्यादातर लोग डिसिप्लिन की कमी के कारण स्ट्रगल नहीं करते बल्कि वो इसलिए स्ट्रगल करते हैं क्योंकि उन्हें सही जानकारी नहीं. असली वजन घटाने का फॉर्मूला प्रोटीन से भरपूर डाइट, गहरी नींद, और कंसिस्टेंस यानी निरंतरता है.

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